spot_img

छत्तीसगढ़ में ‘भूमि फोड़’ गणेश मंदिर:100 साल पुरानी है बप्पा की मूर्ति, बढ़ती जा रही लंबाई, पूजा करने से संतान की होती है प्राप्ति

Must Read

Acn18.com/छत्तीसगढ़ के बालोद में भगवान गणेश जी का एक 100 साल पुराना मंदिर है। जहां मान्यताएं हैं कि यहां संतान की प्राप्ति होती है। ये मंदिर बालोद के मरार में स्थित है। गणेश मंदिर की मान्यताएं पूरे क्षेत्र में प्रचलित है। मंदिर में स्थित भगवान की मूर्ति जमीन फोड़कर प्रकट हुई है, जो लगातार बढ़ती ही जा रही है। भूमि फोड़ गणेश मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।

- Advertisement -

गणेश मंदिर के सदस्य और पार्षद सुनील जैन ने बताया कि जिला मुख्यालय के मरारापारा (गणेश वार्ड) में लगभग 100 साल पहले जमीन के भीतर से भगवान गणेश प्रकट हुए थे। सबसे पहले स्व. सुल्तानमल बाफना और भोमराज श्रीमाल की नजर पड़ी थी।

सपने में आए थे बप्पा

सुनील जैन ने बताया कि बाफना परिवार के किसी सदस्य के सपने में बप्पा आए थे, जिसके बाद दोनों व्यक्तियों ने स्वयं-भू गणपति के चारों ओर टीन शेड लगाकर एक छोटा-सा मंदिर बनाया था। इसके बाद लोगों की आस्था बढ़ती गई और मंदिर का विस्तार होता गया।

जमीन के भीतर है कुछ हिस्सा

जैन ने बताया कि बाफना परिवार और मोरिया मंडल परिवार के सदस्य पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं। स्वयं-भू श्री गणेश के घुटने तक का हिस्सा अभी भी जमीन के भीतर है। देखने वाले बताते हैं जब भगवान गणेश की मूर्ति बढ़ती है, तो कभी-कभी जमीन में दरारें पड़ने लग जाती है।

भगवान गणेश की बढ़ रही प्रतिमा

भक्तों का कहना है कि पहले मूर्ति का आकार काफी छोटा था, लेकिन धीरे धीरे बढ़ता गया। आज बप्पा विशाल रूप में हैं। आकार लगातार बढ़ता देख भक्तों ने वहां पर मंदिर बनाया। अब मंदिर में दूर-दूर से लोग अपनी मनोकामना लेकर आते हैं। भगवान गणेश की पूजा कर मन्नत मांगते हैं वह पूरी भी होती है।

377FansLike
56FollowersFollow
a watan RO No. Samvad 12338/147 NKH Navin
377FansLike
56FollowersFollow
Latest News

गरीबों को मिला अपनी जमीन का अधिकार, हितग्राहियों ने राजस्व मंत्री जयसिंह से कहा- अब बेदखल होने का नहीं सताएगा डर

कोरबा। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने चार स्थानों में आधा दर्जन से अधिक वार्डों के गरीबों...

More Articles Like This

- Advertisement -