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ज्ञानवापी में तीसरे दिन सर्वे पूरा:हिंदू पक्ष का दावा- अंदर बाबा मिल गए, मुस्लिम पक्ष ने कहा- ऐसा कुछ नहीं

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ACN18.COM वाराणसी/वाराणसी में ज्ञानवापी परिसर का सर्वे तीसरे दिन सोमवार को पूरा हो गया। कल सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट में रिपोर्ट सौंपी जाएगी। सर्वे के बाद हिंदू पक्ष के पैरोकार डॉ. सोहनलाल बाहर आए तो उन्होंने बड़ा दावा किया। कहा, ‘अंदर बाबा मिल गए… जिन खोजा तिन पाइयां। तो समझिए, जो कुछ खोजा जा रहा था, उससे कहीं अधिक मिला है। अब पश्चिमी दीवार के पास जो 75 फीट लंबा, 30 फीट चौड़ा और 15 फीट ऊंचे मलबे के सर्वे की मांग उठाएंगे।

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मुस्लिम पक्ष सर्वे से संतुष्ट
उधर, मुस्लिम पक्ष के वकील ने हिंदू पक्ष के दावों का खारिज किया। वकील ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं मिला। हम सर्वे से संतुष्ट हैं। कल यानी 17 मई को कोर्ट में रिपोर्ट सौंपी जाएगी। बता दें कि एडवोकेट कमिश्नर के नेतृत्व में वादी-प्रतिवादी पक्ष के 52 लोगों की टीम सुबह 8 बजे परिसर में एंट्री की। करीब 10:30 बजे सर्वे खत्म हुआ।

हिंदू पक्ष के पैरोकार डॉ. सोहनलाल ने कहा कि नंदी जिसकी प्रतीक्षा कर रहे थे वह शिवलिंग मिल गए। इतिहासकारों ने जो लिखा था, वह सही था। जैसे ही बाबा मिले वैसे ही अंदर हर-हर महादेव का उद्घोष हुआ। डीएम कौशलराज शर्मा ने कहा कि सर्वे को लेकर अगर किसी ने कोई बात कही है या किसी बात का दावा किया है तो यह उनकी व्यक्तिगत राय हो सकती है। कोर्ट कमिश्नर द्वारा रिपोर्ट पेश करने के बाद कोई भी बात कोर्ट की ओर से ही बताई जाएगी। किसी की निजी बात या राय पर किसी को कोई ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है।

सर्वे के दौरान क्या-क्या हुआ

  • सूत्रों के हवाले से खबर आई कि सर्वे में शामिल एक व्यक्ति को अंदर की खबर लीक करने के आरोपों में हटाया गया है।
  • सर्वे के तीसरे दिन पर CM योगी खुद नजर रखे रहे, प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी से उन्होंने जानकारी ली।
  • ज्ञानवापी के गुंबद की वीडियोग्राफी हुई। इसकी बनावट की हाई लैंस कैमरे से फोटोग्राफी भी की गई। कल भी इसका सर्वे किया गया था।
  • ज्ञानवापी के 500 मीटर के दायरे में पब्लिक की एंट्री बैन रही। चारों तरफ से आने वाले रास्तों पर पुलिस-PAC का पहरा रहा।
  • सर्वे के तीसरे दिन ज्ञानवापी की सुरक्षा बढ़ा दी गई। 16 लेयर की सुरक्षा रही। पहले दिन 10 लेयर, जबकि दूसरे दिन 12 लेयर की थी।
  • पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश सर्वे शुरू होते ही सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने मौके पहुंचे। पैदल मार्च कर शांति की अपील की।
  • काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी मामले में विश्व वैदिक सनातन संघ प्रमुख जितेंद्र सिंह विसेन दोपहर 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
  • विसेन के नेतृत्व में ही पिछले साल 5 महिलाओं ने कोर्ट में परिसर का सर्वे कराने की याचिका दायर की थी।
  • बुद्ध पूर्णिमा और सोमवार होने से कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर का दर्शन करने पहुंचे हैं।

सर्वे से जुड़ी तस्वीरें भी देखें –

मदनपुरा, रेवड़ी तालाब, दालमंडी, नई सड़क, कालीमहल सहित मिश्रित आबादी वाले इलाकों में पुलिस और PAC ने पैदल गश्त की।
मदनपुरा, रेवड़ी तालाब, दालमंडी, नई सड़क, कालीमहल सहित मिश्रित आबादी वाले इलाकों में पुलिस और PAC ने पैदल गश्त की।
चौक की ओर जाने वाले रास्ते को 500 मीटर पहले ही बंद कर दिया गया। पब्लिक को सर्वे होने तक ज्ञानवापी की ओर नहीं जाने दिया गया।
चौक की ओर जाने वाले रास्ते को 500 मीटर पहले ही बंद कर दिया गया। पब्लिक को सर्वे होने तक ज्ञानवापी की ओर नहीं जाने दिया गया।
काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए सोमवार को काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। गेट नंबर-1 से गोदौलिया चौराहे तक श्रद्धालुओं की लाइन देखी गई।
काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए सोमवार को काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। गेट नंबर-1 से गोदौलिया चौराहे तक श्रद्धालुओं की लाइन देखी गई।

मंगलवार को कोर्ट में सौंपी जानी है रिपोर्ट
17 मई, यानी मंगलवार को सर्वे की रिपोर्ट वाराणसी कोर्ट में सौंपी जानी है। अब तक के सर्वे में जो कुछ मिला है एडवोकेट कमिश्नर अजय मिश्र इसकी रिपोर्ट बनाएंगे। सर्वे में जो भी वीडियोग्राफी-फोटोग्राफी हुई है उसकी चिप परिसर के बाहर निकलने से पहले ही अफसरों को सौंप दी जाती थी, ताकि उसके लीक होने का संभावना न हो। ज्ञानवापी विवाद मामले में आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी सुनवाई है। एक विवाद से जुड़ी 3-3 याचिकाएं दाखिल हैं। 6 याचिकाओं पर सुनवाई होनी है।

सर्वे के दौरान ज्ञानवापी से 500 मीटर दूर तक कोई भी दुकान खोलने की अनुमति नहीं रही। इस दायरे के अंदर पब्लिक की भी एंट्री बैन रही।
सर्वे के दौरान ज्ञानवापी से 500 मीटर दूर तक कोई भी दुकान खोलने की अनुमति नहीं रही। इस दायरे के अंदर पब्लिक की भी एंट्री बैन रही।

काशी विश्वनाथ दर्शन के लिए गेट नंबर-1 पर लंबी लाइन
सर्वे के दौरान ज्ञानवापी के पास वाले गेट नंबर-4 से काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया। ऐसे में गोदौलिया के दशाश्वमेध की ओर जाने पर गेट नंबर-1 से श्रद्धालुओं की एंट्री दिलाई गई। गेट नंबर एक से लेकर गोदौलिया चौराहे तक करीब 400 मीटर लंबी लाइन देखी गई। एक किलोमीटर के दायरे में करीब 1500 पुलिस और PAC के जवानों की ड्यूटी लगाई गई। 500 मीटर के दायरे में सुरक्षा में जवान मुस्तैद रही, छतों पर फोर्स तैनात कर दी गई। आसपास की दुकानों को सर्वे होने तक बंद रखा गया।

शहर में शांति व्यवस्था बरकरार रहे, इसके लिए रविवार की आधी रात तक सभी सर्किल स्तर पर शांति समितियों की बैठक हुई। यह भेलूपुर क्षेत्र की बैठक की तस्वीर है।
शहर में शांति व्यवस्था बरकरार रहे, इसके लिए रविवार की आधी रात तक सभी सर्किल स्तर पर शांति समितियों की बैठक हुई। यह भेलूपुर क्षेत्र की बैठक की तस्वीर है।

विजय शंकर बोले- हमें हमारे 100 फीट के ज्योतिर्लिंग आदिविश्वेश्वर चाहिए
प्राचीन मूर्ति स्वयंभू ज्योतिर्लिंग लॉर्ड विश्वेश्वरनाथ के वाद मित्र वरिष्ठ अधिवक्ता विजय शंकर रस्तोगी ने ‘दैनिक भास्कर’ से सोमवार को कहा कि हमें हमारे 100 फीट के आदिविश्वेश्वर चाहिए। उनको आक्रमणकारियों ने जमीन में दबा कर ऊपर से मसाला डाल दिया था। इसीलिए, हमने अदालत में मांग की थी कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) से रडार तकनीक से पूरे ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कराया जाए।

प्राचीन मूर्ति स्वयंभू ज्योतिर्लिंग लॉर्ड विश्वेश्वरनाथ के वाद मित्र वरिष्ठ अधिवक्ता विजय शंकर रस्तोगी।
प्राचीन मूर्ति स्वयंभू ज्योतिर्लिंग लॉर्ड विश्वेश्वरनाथ के वाद मित्र वरिष्ठ अधिवक्ता विजय शंकर रस्तोगी।

अब तक सर्वे में क्या-क्या हुआ
सर्वे के पहले दिन यानी 14 मई को ज्ञानवापी परिसर के 50% हिस्से का सर्वे हुआ था। उस दिन 4 घंटे के सर्वे के दौरान 4 तहखानों को खोला गया था। तहखानों की साफ-सफाई कराई। इसके बाद टीम ने उसकी वीडियोग्राफी करवाई। दीवारों की नक्काशी चेक की।

दूसरे दिन 15 मई को परिसर का 30% और सर्वे हुआ। इस दिन भी 4 घंटे सर्वे हुआ था। ज्ञानवापी परिसर के ऊपरी बने हुए कमरों, गुंबद, छत और दीवारों की वीडियोग्राफी कराई गई थी। इसके अलावा, दरवाजों की नक्काशी का भी हाई लैंस वाले कैमरे से पिक्चर ली गई थी।

हिंदू पक्ष बोला- दावा मजबूत हुआ, मुस्लिम पक्ष का कहना- कुछ नहीं मिला
अब तक के सर्वे में क्या-क्या मिला है। इस बारे में कोई पुष्ट जानकारी नहीं है। हालांकि, रविवार को सर्वे करके बाहर निकले हिंदू पक्ष के वादी ने अपने हक में दावा किया था। उन्होंने कहा था कि हमारा दावा दिनों-दिन और भी मजबूत होता जा रहा है।

दूसरी तरफ सर्वे करके बाहर आए मुस्लिम पक्ष के वकील ने मीडिया से तीन बार ऊंची आवाज में कहा था- कुछ नहीं मिला, कुछ नहीं मिला, कुछ नहीं मिला…। इतना कहते हुए वह चले गए। उधर, अफसरों का कहना है कि वकीलों का कहना है कि सर्वे जब तक पूरा नहीं हो जाता है, इस पर कुछ कमेंट करना उचित नहीं है।

2021 में 5 महिलाओं ने ज्ञानवापी पर दाखिल की याचिका

  • दिल्ली की रहने वाली राखी सिंह और बनारस की रहने वाली लक्ष्मी देवी, सीता साहू, मंजू व्यास और रेखा पाठक की ओर ने वाराणसी की सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में 18 अगस्त 2021 में एक याचिका दाखिल की।
  • इसमें कहा गया कि ज्ञानवापी परिसर में हिंदू देवी-देवताओं का स्थान है। ऐसे में ज्ञानवापी परिसर में मां शृंगार गौरी के नियमित दर्शन-पूजन की अनुमति दी जाए। इसके साथ ही परिसर स्थित अन्य देवी-देवताओं की सुरक्षा के लिए सर्वे कराकर स्थिति स्पष्ट करने की बात भी याचिका में कही गई।
  • मां शृंगार गौरी का मंदिर ज्ञानवापी के पिछले हिस्से में है। 1992 से पहले यहां नियमित दर्शन-पूजन होता था। बाद में सुरक्षा व अन्य कारणों के बंद होता चला गया। अभी साल में एक दिन चैत्र नवरात्र पर शृंगार गौरी के दर्शन-पूजन की अनुमित होती है।
  • मुस्लिम पक्ष को शृंगार गौरी के दर्शन-पूजन में आपत्ति नहीं है। उनका विरोध पूरे परिसर का सर्वे और वीडियोग्राफी कराए जाने पर है। इसी बात का विरोध वाराणसी कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक कर रहे हैं।

  • इस केस में कब क्या हुआ?

    26 अप्रैल 2022 :

    • 5 महिलाओं की याचिका पर करीब आठ महीने तक सुनवाई और दलीलें चलतीं रहीं। 26 अप्रैल को कोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर का सर्वे ईद के बाद कराने का आदेश दिया।

    6 मई 2022 :

    • एडवोकेट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने हिंदू-मुस्लिम पक्षों को लेकर सर्वे शुरू किया।
    • इस दिन केवल शृंगार गौरी के विग्रह-दीवारों की वीडियोग्राफी हो पाई।
    • बड़ी संख्या में मुस्लिम मस्जिद में नमाज को आए। हल्का बवाल भी हुआ।
    • मुस्लिम पक्ष ने एडवोकेट कमिश्नर पर एकपक्षीय सर्वे का आरोप लगाया।

    7 मई 2022 :

    • सर्वे दोबारा शुरू हुआ, वादी पक्ष ने आरोप लगाया कि 500 से ज्यादा मुस्लिम मस्जिद में थे।
    • अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा था, न ही प्रशासन कोई सहयोग कर रहा था।
    • विवाद बढ़ा तो सर्वे रोक दिया गया और मामला फिर से कोर्ट में चला गया।

    9 मई 2022 :

    • कोर्ट में वादी पक्ष ने कहा- एडवोकेट कमिश्नर अपना काम सही से कर रहे हैं।
    • उन पर बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं, ज्ञानवापी के सर्वे की अनुमति दी जाए।

    10 मई 2022 :

    • कोर्ट में दोनों पक्षों में बहस हुई, एडवोकेट कमिश्नर के बदलने और दलीलें पेश की।
    • मुस्लिम पक्ष ने कुछ और तथ्य देने के लिए 11 मई तक का समय मांगा था।
    • कोर्ट ने 12 मई की तारीख दी। कहा- जरूरत पड़ने पर जज खुद मौके पर जाएंगे।

    12 मई 2022 :

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