Acn18.com/चीन के वुहान की लैब से तैयार किये गए कोरोना वायरस ने बीते 4 वर्षों में देश और दुनिया को गहरे जख्म दिए और कई करोड़ लोगों को हमेशा के लिए मिटा दिया। कुछ समय तक राहत के बाद एक बार फिर यह वायरस अपना असर दिखा रहा है। कोरबा के मेडिकल कॉलेज और सभी सीएचसी में संदिग्ध मरीजों की जांच की जा रही है। वर्तमान में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 83 हो गई है। स्वास्थ विभाग में लोगों से अपनी सुरक्षा को लेकर सावधानी बरतने को कहा है।
ऐसा लगता है कि अगर हालात नहीं समझे तो कुछ समय के बाद पुरानी स्थितियां सामने आ सकते हैं और फिर बहुत कुछ बदलाव करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान में कोरोनावायरस का विस्तार सामान्य गति से हो रहा है और यह काफी हल्के स्तर का है। सर्दी खांसी से पीड़ित लोगों को हमने जांच के लिए कहा है और अस्पताल पहुंचने पर विशेष सावधानी बरतने के लिए कहा गया है ताकि वहां मौजूद मरीजों के संपर्क में आने से खतरे ज्यादा मजबूत ना हो सके।
मेडिकल कॉलेज के साथ ही सभी सीएचसी स्तर पर कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। प्रतिदिन जांच के लिए लक्ष्य दिया गया है जिस के मुकाबले हम ज्यादा जांच कर रहे हैं। इस वर्ष अब तक 113 मामले सामने आए हैं। वर्तमान में एक्टिव केस 83 हो चुके हैं।
स्वास्थ विभाग का कहना है कि ब्लड प्रेशर शुगर कैंसर और किडनी संबंधित मरीजों को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है क्योंकि कोरोना का ज्यादा असर ऐसे लोगों पर होना स्वाभाविक है।
सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार फिलहाल लोगों से अपील की जा रही है और उन्हें सुरक्षा मानक पर अमल करने को कहा जा रहा है। हर तरफ सरकारी तंत्र लोगों से निवेदन नहीं आ सकता । ऐसे में मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए लोगों को अपना बचाव करने के साथ-साथ कोरोना को कंट्रोल करने के मामले में सहयोग करने की जरूरत है।