देश में दो दिन जन्माष्टमी की धूम रही। दूसरे दिन यानी 7 सितंबर को मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि में जन्माष्टमी उत्सव मनाया गया। रात के 12 बजते ही भागवत भवन में बाल गोपाल का पंचामृत अभिषेक हुआ। भगवान कृष्ण के चल विग्रह को चांदी से बने कमल पुष्प के सिंहासन पर विराजमान कर उनका अभिषेक किया गया। साथ ही 500 किलो गुलाब के फूल और इत्र की वर्षा की गई।
इसके अलावा चांदी की कामधेनु गाय के जरिए भगवान कृष्ण को स्नान कराया गया। जिसके लिए 251 किलो पंचामृत का इस्तेमाल हुआ।
अभिषेक के बाद नवरत्न कंठा, स्वर्ण निर्मित बांसुरी, कंगन धारण कराए गए, उन्हें जरी से बना गोटा मुकुट ब्रज रत्न धारण करवाए गए।
तस्वीरों में देखिए भगवान के जन्म और अभिषेक का दृश्य…