acn18.com कोरबा /कोरबा में रेत का अवैध कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा। रेत घाटों में हुए हादसों के दौरान लोगों की मौत होने के बावजूद रेत माफिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। उरगा थाना क्षेत्र के ग्राम बरीडीह स्थित हसदेव नदी किनारे साल भर पूर्व रेत का टीला धसने से जिस तरह से तीन बच्चों की मौत हुई थी वहां फिर से अवैध उत्खनन का कार्य चल रहा है,जिससे गांव के ग्रामीण काफी आक्रोशित हैं और पुलिस के साथ-साथ खनिज विभाग पर अवैध कार्य को संरक्षण देने का आरोप लगा रहे है।
उरगा थानांतर्गत ग्राम बरीडीह स्थित हसदेव नदी के किनारे साल भर पूर्व रेत का टीला धसकने से तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई थी बावजूद इसके उसी स्थान से लगातार रेत का अवैध उत्खनन कर रहे है। रेत माफिया अपनी निजी स्वार्थों की सिद्धी के लिए एक बार फिर से उसी तरह की घटनाक्रम की पुनरावृत्ती का इंतजार कर रहे है। रेत माफिया बिना किसी डर के खुदाई करने में लगे हुए हैं जिससे ईलाके में हादसों की आशंका काफी बढ़ गई है। बच्चे आस पास हमेशा घूमते रहते हैं जिससे कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है। ग्रामीणों का आरोप है,कि उनकी निजी जमीन को भी रेत माफिया नहीं बख्श रहे। वाहनों के आने-जाने के लिए दिए रास्ते की आड़ में रेत का अवैध दोहन चल रहा है।
इस अवैध कृत्य के लिए गांव के ग्रामीणों ने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधीयों के साथ ही पुलिस और खनिज विभाग को दोषी माना है। उन्हीं के संरक्षण में रेत का अवैध कारोबार चलने की बात कही जा रही है। इस तरह के अवैध कृत्य पर जल्द से जल्द लगाम लगाने की जरुरत है नहीं तो फिर से कोई गंभीर हादसा हो सकता है।