Acn18.com/कांकेर शहर से सटे गोविंदपुर स्थित विशिष्ट बालक छात्रावास में 9वीं कक्षा के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सोमवार सुबह उसकी लाश हॉस्टल की खिड़की से लटकी मिली है। फिलहाल पुलिस वहां मौजूद बच्चों और प्रबंधन से बातचीत कर रही है। मामला सिटी कोतवाली क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, आमाबेड़ा क्षेत्र के धुर नक्सल प्रभावित हुर्रा पिंजोड़ी गांव का रहने वाला ललित हुर्रा (14) गोविंदपुर के विशिष्ट बालक छात्रावास में रहकर पढ़ाई करता था। तबियत खराब होने पर वो 15 दिन पहले अपने गांव गया था। वहां से वो 2 दिन पहले ही हॉस्टल लौटा था। सोमवार सुबह 9 बजे तक ललित अपने साथियों के साथ ही था। उसके बाद वो वहां से चला गया।
शव खिड़की से लटकता हुआ मिला
इसके बाद छात्र को किसी ने नहीं देखा। 10 बजे जब उसका एक दोस्त स्कूल जाने के लिए उसे ढूंढने गया, तो छात्र कहीं नहीं मिला। हर जगह तलाश करने के बाद उसका शव अध्यापक रूम की खिड़की से फांसी के फंदे पर लटकता मिला। छात्र ने अपनी टाई से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मौके से नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
बच्चे ने तुरंत इस बात की जानकारी हॉस्टल स्टाफ को दी। इसके बाद प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्र के शव को फंदे से नीचे उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। पुलिस ने हॉस्टल के अन्य छात्रों और वॉर्डन लुकेश्वर साहू से पूछताछ की है। मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
छात्र के सामान की ली गई तलाशी
छात्रावास अधीक्षक लुकेश्वर साहू ने बताया कि जिस दौरान घटना हुई, वो नहाने गए हुए थे। जैसे ही छात्रों ने उन्हें आवाज दी, वो तुंरत मौके पर पहुंच गए, लेकिन तब तक छात्र की मौत हो चुकी थी।
शव को फिलहाल जिला अस्पताल में रखा गया है और परिजनों को सूचना दी गई है। 14 साल के छात्र ने आत्महत्या क्यों की, ये बात किसी की समझ में नहीं आ रही। पुलिस ने छात्र के सामान की भी तलाशी ली है। थाना प्रभारी शरद दुबे ने बताया कि जांच के बाद ही खुदकुशी की वजह का खुलासा हो सकेगा।
छात्रावास में मौजूद थे 50 छात्र
घटना के दौरान हॉस्टल में 50 छात्र थे और स्टाफ भी मौजूद था, ऐसे में छात्र ने छात्रावास के अंदर ही कैसे फांसी लगा ली और उसे ऐसा करते किसी ने देखा भी नहीं, ये बड़ा सवाल है।