Acn18.com/ज्ञानवापी में भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) सर्वे शनिवार सुबह 9 बजे शुरू हुआ। करीब चार घंटे सर्वे चला। फिर दो घंटे के लिए सर्वे रोका गया है। अब 3 बजे दोबारा सर्वे शुरू हो गया है। ASI टीम के साथ हिंदू और मुस्लिम पक्ष के एक-एक वकील तहखाने में उतरे हैं।
इससे पहले शुरुआती 4 घंटे के सर्वे में चार टीमों ने ज्ञानवापी हॉल, तहखाना, पश्चिम दीवार, बाहरी दीवार और सेंट्रल के मैप तैयार किए। सर्वे की कार्यवाही गुरुवार से चल रही है। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान भी 6 घंटे तक सर्वे किया गया था। ASI की 61 मेंबर्स की टीम शाम 5 बजे तक सर्वे करेगी। वजूखाने को छोड़कर पूरे परिसर का सर्वे होना है।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को मुस्लिम पक्ष की याचिका पर सुनवाई की थी। अदालत ने सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने कहा था- हम हाईकोर्ट के आदेश में दखल क्यों दें? साथ ही मुस्लिम पक्ष से यह भी पूछा था कि ASI सर्वे पर ऐतराज क्यों है?
मस्जिद का ताला खोला, तहखाना अभी बंद है
मुस्लिम पक्ष आज सर्वे के दौरान मौजूद है। इंतजामिया कमेटी के वकील मुमताज परिसर से बाहर आए। उन्होंने कहा,”अंदर सर्वे चल रहा है। हम संतुष्ट हैं। मस्जिद का ताला खोला गया है। मशीनें अंदर मौजूद हैं। लेकिन उनका इस्तेमाल नहीं किया गया है। तहखाने को खोलने के लिए कहा गया है। अभी वो बंद है।
अब तक सिर्फ चीजों को आंखों से देखकर उनकी लिस्ट तैयार की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के मुताबिक वहां ना मिट्टी का सैंपल, ना कोई पत्थर का टुकड़ा ले सकते हैं। अंदर कमेटी से दो वकील और एक सचिव हैं।”
कुदाल-छाता लेकर पहुंची ASI की टीम
ASI टीम सैंपल बैग, चार्ट पेपर, बाल्टी, कुदाल, छाता, केमिकल लेकर परिसर में पहुंची है। टीम ने शुक्रवार को परिसर में मिट्टी का सैंपल लिया था। मस्जिद गेट के मुख्य परिसर का ताला खुल चुका है। टीम उसके अंदर पहुंच गई हैं। वहां सर्वे की तैयारी कर रही है।
ज्ञानवापी परिसर को 4 ब्लॉक में बांटा गया है। चारों तरफ कैमरे लगाए हैं। वीडियोग्राफी की जा रही है। ज्ञानवापी की पश्चिमी दीवार पर सबसे ज्यादा फोकस है। दीवार की बारीक स्कैनिंग की जा रही है। कलाकृतियों को देखा जा रहा है।
तहखाने का सर्वे किया जा सकता है
हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर ने कहा, “इमेजिंग, मैपिंग और साफ-सफाई हुई है। मॉडर्न टेक्नीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। मैं भी सर्वे में हिस्सा ले रहा हूं। कितना समय लगेगा, ये कहना मुश्किल है। ASI टीम ये पता लगाएगी कि स्ट्रक्चर कितना पुराना है। ऐज कितनी है। क्या कुछ नया कंस्ट्रक्शन हुआ है। GPR किया जाएगा।”
केस से जुड़ी रेखा पाठक ने बताया, “तहखाने में सर्वे की कार्यवाही नहीं हो पाई है, क्योंकि किसी मुस्लिम पक्ष ने ताला नहीं खोला था और चाबी भी नहीं दी थी। आज मुस्लिम पक्ष की मौजूदगी में तहखाने में सर्वे किया जा सकता है।”
पत्थर के टुकड़े, दीवारों की कलाकृतियां और मिट्टी के लिए सैंपल
ASI की टीम ने अब तक सर्वे में पत्थर के टुकड़े, दीवार की प्राचीनता और नींव के सैंपल लिए हैं। इसके अलावा दीवारों की कलाकृतियां मिट्टी, अवशेष की प्राचीनता समेत अन्न के दाने का सैंपल जुटाया है। सर्वे के दौरान जिले में हाई अलर्ट जारी किया गया है। मंदिर के आसपास कड़ी सुरक्षा रहेगी।
ASI की टीम के अलावा जिले के कमिश्नर, पुलिस कमिश्नर और काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रशासनिक अधिकारी भी वहां पर मौजूद रहेंगे।
2 दिन के सर्वे में पूरे परिसर की हो चुकी है पैमाइश
दो दिन के सर्वे में पूरे परिसर की पैमाइश हो चुकी है। चार सेक्टर बनाकर 100 मीटर एरियल व्यू फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी की जा चुकी है। अब तक पश्चिमी दीवारों के निशान, दीवार पर सफेदी का चूना, ईंट में राख और चूने की जुड़ाई समेत मिट्टी के कई सैंपल जुटाए हैं। जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।
स्थानीय कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक हुई अपील
- 21 जुलाई को वाराणसी की स्थानीय कोर्ट ने ASI को सर्वे करके 4 अगस्त को रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा था।
- 24 जुलाई को सुबह 7 बजे सर्वे शुरू हुआ। मुस्लिम पक्ष रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने 26 जुलाई की शाम तक सर्वे पर रोक लगा दी और हाईकोर्ट जाने को कहा।
- 25, 26, 27 जुलाई को मुस्लिम पक्ष की याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। 27 जुलाई को कोर्ट ने आदेश सुरक्षित रख लिया और 3 अगस्त को आदेश देने की बात कही।
- 3 अगस्त को हाईकोर्ट के जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर ने अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी की याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा, ‘न्यायहित में सर्वे जरूरी है। मुझे इस तर्क में कोई दम नहीं दिखता कि बिना दीवार खोदे ASI नतीजे पर नहीं पहुंच सकता।’
- 3 अगस्त को इस आदेश के खिलाफ मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट चला गया।
- 4 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।