Acn18.com/बालोद जिले के ग्राम दरबारी नवागांव के ग्रामीणों ने गांव में बिक रहे अवैध शराब को बंद कराने के लिए जिला प्रशासन से मांग की है। सैकड़ों की संख्या में गांववाले इस मांग को लेकर मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंचे। ग्रामीणों का आरोप है कि बालोद जिला मुख्यालय से अवैध शराब खरीद कर उसकी बिक्री गांव में की जाती है। इससे यहां का माहौल पूरी तरह से खराब हो रहा है।
गांववालों ने कहा कि अभी 8 दिन पहले इसी शराब के कारण जितेंद्र कुमार (28 वर्ष) नाम के युवक ने आत्महत्या कर ली थी। ग्रामीणों ने कहा कि उसे शराब पीने की बुरी लत थी। एक दिन उसे शराब नहीं मिली, तो उसने आत्महत्या कर ली।
लोगों का कहना है कि शराब दुकान के चलते घर से बहू-बेटियों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। शराब दुकान बंद करने की मांग को लेकर मंगलवार को लगभग 300 की संख्या में ग्रामीण कलेक्टोरेट पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि शिकायत करने पर पुलिस कार्रवाई भी करती है, लेकिन अवैध शराब बेचने वालों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे फिर से अपना काम शुरू कर देते हैं।
गांव से करेंगे बहिष्कृत
ग्रामीणों ने बताया कि शासन-प्रशासन से हम गुहार लगाकर थक गए हैं। अवैध शराब गांव में आसानी से मिल जाता है, इसलिए पीने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर इस बार कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है, तो बैठक कर सभी अवैध शराब माफियाओं को गांव में रहने नहीं देंगे। शराब माफियाओं को गांव से बहिष्कृत किया जाएगा, तभी हमारा गांव शांत हो पाएगा।