acn18.com कोरबा/देश भर में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. इसका असर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Corona Update) में भी देखा जा रहा है. बता दें कि पिछले 24 घंटे की बात करें तो प्रदेश में 12 नए केस मिले हैं. रायपुर में 11 और बस्तर में 1 मरीज की पहचान हुई है. वहीं राजधानी रायपुर में 2 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई. कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों की सबसे बड़ी वजह ‘को-मोरबिडिटी’ बताई जा रही है. जिन दो मरीजों की रायपुर में मौत हुई है वह भी कोमोरबिडिट मरीज थे. वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 125 हो गई है, वहीं 15 लोग होम आइसोलेशन में इलाज के दौरान ठीक हो चुके हैं.
छत्तीसगढ़ में कोरोना के जिलेवार आकड़ें –
गौरतलब है कि, छत्तीसगढ़ में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. रोजाना नए केस सामने आ रहे हैं. छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, सोमवार को प्रदेश भर में 4625 सैंपलों की जांच की गई थी. जिनेम कुल 12 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है. इस दौरान प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 0.26% रही. बताया जा रहा है कि, खासतौर इसका असर उन लोगों पर ज्यादा हो रहा है जो पहले से हाई ब्लड प्रेशर और किडनी की बीमारी (को-मॉर्बिडिटी) से ग्रस्त हैं.
राजधानी में दो मरीजों की हुई मौत
एक तरफ जहां देश सोशल डिस्टेसिंग का पालन कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ ये जानकारी भी साफ होती हुई नजर आ रही है कि कोरोना वायरस के शिकंजे में ज्यादातर वो लोग अपनी जान गंवा रहे हैं जिन्हें पहले से ही कोई गंभीर बीमारी थी यानी ‘को-मोरबिडिटी’ की अवस्था में थे. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना के संक्रमण के बाद हायपरटेंशन, शुगर (डायबिटीज), लंबे समय से चली आ रही गुर्दों की बीमारी और दिल की बीमारी के मरीजों ने सबसे ज्यादा जान गवाई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की जानकारी के अनुसार देश में 83 प्रतिशत लोग को-मोरबिडिटी के शिकार हैं.
देश में कोरोना के JN.1 वेरिएंट के मिले 819 केस
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट JN.1 तेज रफ्तार से बढ़ रहा है. मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देशभर में 8 जनवरी तक JN.1 वेरिएंट के 819 मामले सामने आए हैं. JN.1 सब-वेरिएंट ओमिक्रॉन वेरिएंट का ही एक उप-रूप है. इसे पहली बार भारत में केरल राज्य में दिसंबर 2023 में पाया गया था. तब से यह देश के कई राज्यों में फैल चुका है.
JN.1 वेरिएंट के सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र में हैं. राज्यवार देखा जाए तो महाराष्ट्र में सबसे अधिक 250 मामले सामने आए हैं. कर्नाटक में 199, केरल में 148, गुजरात से 36, गोवा में 49, राजस्थान में 30, तमिलनाडु और तेलंगाना से 26-26, दिल्ली से 21 और हरियाणा से एक मामले की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही सक्रिय मामलों की संख्या 4,565 हो चुकी है. अब तक 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में JN.1 सब वेरिएंट के मरीज मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक JN.1 वेरिएंट फिलहाल खतरनाक नहीं है लेकिन यह बेहद संक्रामक है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का भी कहना है कि जेएन.1 का प्रसार अधिक है लेकिन यह कम जोखिम वाला है. हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि लोगों को कोरोना से बचने के लिए सभी उपाय अपनाने चाहिए. भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें, साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और नाक और मुंह को मास्क से ढककर रखना चाहिए. WHO ने JN.1 को सब-वेरिएंट को अभी तक “चिंता का विषय” (Variant of Interest) घोषित किया है, न कि “चिंता का रूप” (Variant of Concern). इसका मतलब है कि वैज्ञानिक अभी भी इस सब-वेरिएंट का अध्ययन कर रहे हैं. यह तेजी से फैल रहा है, इसलिए सावधानी जरूरी है.