Acn18.com/गरियाबंद जिले में अतिक्रमण मामले में जिला उप जेल में बंद आदिवासी युवक की मौत के बाद मंगलवार को भी विरोध-प्रदर्शन जारी है। आक्रोशित आदिवासी समाज ने शहर के तिरंगा चौक पर रायपुर-देवभोग नेशनल हाईवे- 130 पर चक्काजाम कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक, 28 अगस्त को गरियाबंद रेंज के झीतरी डूमर निवासी भोजराम को अतिक्रमण के आरोप में जिला उप जेल में दाखिल कराया गया था। आरोपी की तबियत दूसरे दिन बिगड़ गई थी। स्थानीय अस्पताल में इलाज के बाद उसे मेकाहारा रायपुर रेफर कर दिया गया था। इलाज के दौरान सोमवार को उसकी मौत हो गई। मौत से आक्रोशित आदिवासी समाज ने सोमवार को ही गरियाबंद के तिरंगा चौक पर जमा होकर नेशनल हाईवे पर चक्काजाम कर दिया था।
मंगलवार को भी आदिवासी समाज ने वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। समाज की नेता लोकेश्वरी नेताम ने कहा कि पेसा कानून लागू होने के बावजूद प्रशासन से आदिवासी बार-बार प्रताड़ित हो रहे हैं। लोगों ने कहा कि मृतक के परिवार को वन अमला एक साल से परेशान कर रहा है। उसकी खड़ी फसल में कीटनाशक डाल दिया जाता था।
लोकेश्वरी नेताम ने कहा कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए, साथ ही DFO और वनकर्मी को निलंबित किया जाए। आदिवासी समाज अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। वन विभाग के प्रति जबरदस्त गुस्सा भी देखने को मिल रहा है। सैकड़ों आदिवासी वन विभाग का बैरिकेड्स तोड़ कार्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा कर रहे हैं।
वहीं मृतक भोजराम के पिता चमरू राम ने कहा कि कार्रवाई के दिन से बेटा बीमार था। बार-बार आग्रह करने के बावजूद वन विभाग ने उसे जबरदस्ती गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उन्होंने इलाज कराने के लिए भी बार-बार गुहार लगाई, लेकिन विभाग ने उनकी एक नहीं सुनी। आखिरकार सोमवार 4 सितंबर को उसने दम तोड़ दिया। इधर लोगों के आक्रोश को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
चक्कजाम के चलते रायपुर-देवभोग मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया है। छोटी गाड़ियों को डायवर्ट किया जा रहा है। वहीं बड़े वाहनों को शहर के बाहर रोका जा रहा है।