Acn18.comकोरिया। कोरिया जिले के लिए 29 मई, गुरुवार का दिन एक ऐतिहासिक और गौरवशाली पल रहा। जिले ने जल संरक्षण के क्षेत्र में विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए, मात्र तीन घंटे के भीतर 660 सोखता गड्ढों का निर्माण कर ‘गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में अपना नाम दर्ज कराया है। इस उपलब्धि के लिए कलेक्टर चंदन त्रिपाठी को कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
जिले में जल संरक्षण और संवर्धन के लिए ‘आवा पानी झोंकी’ कार्यक्रम पहले से ही चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को कोरिया जिले की समस्त ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों में सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक जल संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 660 सोखता गड्ढों का निर्माण कराया गया। इतने कम समय में, इतनी बड़ी संख्या में, जिले के निवासियों की सक्रिय सहभागिता से इन सोखता गड्ढों का निर्माण होना, जल संरक्षण की दिशा में लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ एक लाभकारी कदम है।
इस उपलब्धि को मान्यता देने के लिए रायपुर से आई गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम से सोनल राजे शर्मा ने कोरिया जिले का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही सभा कक्ष में कोरिया कलेक्टर चंदन त्रिपाठी को प्रमाण पत्र सौंपा गया।
इस विषय में कोरिया जिला सीईओ आशुतोष चतुर्वेदी ने इस कार्य को एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि इन खोदे गए सोखता गड्ढों की तुलना की जाए तो यह लगभग 60 तालाबों के बराबर जिले में जल संरक्षण करने में सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने आगे कहा कि “कहते हैं कि तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिए होना है, जिसको हम लोगों के द्वारा इसी तरह जल संरक्षण कर के इस विश्व युद्ध को रोकना है।”