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सराफा व्यापारी के हत्यारों ने पुलिस पर भी की फायरिंग:छत्तीसगढ़ पुलिस ने 4 को पकड़ा; हाथ कटे आरोपी के चलते मिली अहम लीड

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acn18.com रायपुर /छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगे दुर्ग के अमलेश्वर में दिनदहाड़े सराफा व्यापारी की हत्या मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने चार आरोपियों को उत्तर प्रदेश के बनारस शहर से पकड़ा है। चारों आरोपी बनारस से ट्रेन पकड़कर भागने की फिराक में थे। इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें अंधरापुर के पास घेर लिया। आरोपियों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए दुर्ग पुलिस के ऊपर भी कई राउंड फायर भी किया। इसके बाद भी पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।

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एसपी दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव ने भास्कर से खास बतचीत में बताया कि पुलिस की टीम ने 24 घंटे के अंदर ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाई है। चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। उनके पास से लूट की रकम 90 हजार रुपए और ज्वेलरी भी जब्त कर ली गई है। पुलिस ने इस मामले में बिहार के गया जिला अंतर्गत दंडीबाग निवासी सौरभ कुमार सिंह (24 साल), उत्तर प्रदेश के बामणिया निवासी अभय कुमार भारती उर्फ बाबू (18 साल), बिहार के छपरा जिला अंतर्गत सोनपुर थाना के सापुदियारा निवासी आलोक कुमार यादव (18 साल) और मुजफ्फरपुर जिला के रजला गांव निवासी अभिषेक कुमार झा (20 साल) को गिरफ्तार किया है।

कारणों के बारे में बता लगाएगी पुलिस

चारों को वाराणसी कोर्ट में पेश कर उनका ट्रांजिट रिमांड लिया गया है। इसके बाद उन्हें दुर्ग लाकर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस शनिवार को इन आरोपियों की पुलिस रिमांड लेगी। इसके बाद इनसे हत्या और लूट की वारदात को अंजाम देने से संबंधित अनसुलझे सवालों को पूछा जाएगा। फिलहाल आरोपियों से कितना गहना जब्त हुआ है। ये पता नहीं चल सका है।

इस तरह दिए पूरी घटना को अंजाम
एसपी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों में अभिषेक झा नाम के आरोपी को रायपुर व उसके आसपास के क्षेत्र के बारे में पहले से जानकारी थी। गुरुवार दोपहर चारों आरोपी वारदात को अंजाम देने गए थे। अभिषेक और अभय कुमार उर्फ बाबू दिल्ली से लाई कार में घटना स्थल से कुछ दूर पर खड़े थे। सौरभ कुमार अपनी बाइक में अपने साथी आलोक कुमार के साथ समृद्धि ज्वेलर्स पहुंचे। उस समय दुकान संचालक सुरेंद्र सोनी(53) अकेला था। आरोपियों ने सुरेंद्र सोनी के ऊपर 6-7 राउंड फायर किया। जब सोनी वहीं ढेर हो गए तो उन्होंने दुकान से सोना चांदी और नगदी लूटी और वहां से भाग गए। हत्या की यह वारदात उस वक्त सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी।

इन्हीं देसी कट्टों से किया गया था व्यापारी पर फायर।
इन्हीं देसी कट्टों से किया गया था व्यापारी पर फायर।

इसके बाद आरोपी सीधे रायपुर जिले के आरंग पहुंचे। यहां बाइक को खड़ा किया। फिर अभिषेक की कार में बैठकर बिहार की तरफ निकले। ये लोग कार से बनारस तक गए। वहां कार खड़ी कर ट्रेन पकड़कर बिहार भागने की फिराक में थे, लेकिन इससे पहले दुर्ग पुलिस वहां पहुंच गई। पुलिस को देख आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद जब उनके कारतूस खत्म हो गए तो पुलिस ने घेराबंदी करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

सीसीटीवी फुटेज और कई राज्यों की पुलिस से मिली मदद
एसपी ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए उन्होंने अलग-अलग पांच टीमें बनाई थीं। हर एक टीम आरोपियों के रूट के सीसीटीवी फुटेज को चेक करते हुए आगे बढ़ रही थी। इसके साथ ही इस कार्य में रायपुर, बिलासपुर, बलरामपुर, झारखंड की कोडर्मा पुलिस, उत्तर प्रदेश पुलिस और रेलवे पुलिस का काफी सहयोग मिला।

पुलिस ने सबसे पहले वारदात में उपयोग की गई बाइक को आरंग से जब्त किया था। बाइक गया निवासी सौरभ कुमार के नाम पर रजिस्टर्ड थी। उसका मोबाइल बंद था। उसने नया सिम एक्टीवेट किया था। मोबाइल और सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि आरोपी आरंग के आगे दिल्ली पासिंग कार से भागे हैं।

उस कार के मालिक से पता चला कि उसने 6 महीने पहले कार को दिल्ली के यशवंत नगर निवासी अभिषेक झा को बेचा था। इसी दौरान आरंग के ढाबा संचालक ने समाचार देखकर पुलिस को सूचना दी जो फुटेज वायरल हो रहा है और उसमें जो आरोपी दिख रहे हैं वो उसके ढाबे में रुके थे। वह दो नहीं चार लोग थे। इस तरह पुलिस सभी आरोपियों का पीछा करते हुए बनारस तक पहुंची और उन्हें गिरफ्तार किया।

आरोपियों को बनारस से दुर्ग लाया गया है।
आरोपियों को बनारस से दुर्ग लाया गया है।

पेशेवर अपराधी है अभिषेक
दुर्ग पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी अभिषेक झा पेशेवर अपराधी है। वह तीन मर्डर और दो लूट की वारदात को अंजाम दे चुका है। एक साल पहले फरवरी माह में रायपुर से पेशी के दौरान वह भागा था। पुलिस को इसकी तलाश थी। इसी दौरान वह फिर से रायपुर आया और मर्डर और लूट की वारदात को अंजाम दे दिया।

ढाबे में कार से पहुंचे थे आरोपी।
ढाबे में कार से पहुंचे थे आरोपी।

हाथ कटे आरोपी के चलते मिली बड़ी लीड
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सौरभ कुमार सिंह का एक हाथ कटा हुआ है। सौरभ ही लूट और मर्डर की वारदात को अंजाम देने अपने साथी आलोक के साथ गया था। सीसीटीवी फुटेज में हाथ कटे आरोपी को ही पहचान कर ढाबा संचालक ने दुर्ग पुलिस को आरोपियों के बारे में बड़ी लीड दी थी। दुकान के बाहर भी सौरभ नजर आया था। उसी दौरान ये पता चल गया था कि एक आरोपी का हाथ हटा हुआ है।

यह है पूरी घटना
अमलेश्वर के तिरंगा चौक में समृद्धि ज्वेलर्स नाम से सोने चांदी के आभूषणों की दुकान है। गुरुवार 20 अक्टूबर को दोपहर करीब एक बजे दो युवक सामान्य ग्राहक बनकर दुकान में आए। दुकान संचालक सुरेन्द्र कुमार सोनी निवासी गुड आईलैंड कॉलोनी, उस समय दुकान में अकेले थे। युवकों ने उनसे कुछ गहने दिखाने को कहा। इसके बाद सुरेंद्र गहने दिखाते रहे। इसी दौरान वे रैक से कुछ निकालने झुके। उनका सिर काउंटर से जैसे ही नीचे हुआ दोनों युवकों ने उनका सिर पकड़कर जोर से काउंटर पर मारा। फिर पिस्तौल निकाल ली और सुरेंद्र सोनी के ऊपर 5 गोलियां दाग दी। इससे वो लहूलुहान होकर कुर्सी में ढेर हो गए। इसके बाद दोनों आरोपियों ने बड़े ही इत्मिनान से काउंटर और दुकान में रखे जेवरात व नगदी लेकर चले गए।

इसके पहले की जांच में पुलिस को पता चला था कि मुख्य आरोपी समेत सभी आरोपी पहले ही रायपुर के आरंग इलाके में आ गए थे। यहीं उन्होंने व्यापारी की हत्या की साजिश रची थी। उस दौरा वह ढाबे में भी आते-जाते दिखे थे। जिसके चलते पुलिस उन आरोपियों तक पहुंची है। फलिहाल आरोपियों ने इस पूरी वारदात को क्यों अंजाम दिया। इस बारे में अभी जानकारी नहीं मिल सकी है।

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