Acn18.com/मुरैना के लेपा गांव में 6 लोगों की गोली मारकर हत्या करने वाले दोनों मुख्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के समय पुलिस और आरोपियों के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस को गोली चलानी पड़ी। आरोपी अजीत के पैर में गोली लगी है। आरोपी भूपेंद्र के सिर में मामूली चोट आई है। अजीत सिंह को पुलिस ने इलाज के लिए मुरैना रेफर किया है। मुठभेड़ मंगलवार सुबह करीब 5 बजे हुई। इस हत्याकांड में पुलिस ने शुरुआत में 9 को आरोपी बनाया था। बाद में महिला (रज्जो) का नाम भी जोड़ा गया। पुलिस इससे पहले 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। आज अजीत और भूपेंद्र भी अरेस्ट कर लिए गए। अब 4 आरोपी फरार हैं।
महुआ थाना प्रभारी ऋषिकेश शर्मा के अनुसार, सुबह करीब 5 बजे अजीत सिंह तोमर और भूपेंद्र तोमर चंबल नदी के उसैथ घाट पर थे। इस दौरान पुलिस और आरोपियों का आमना-सामना हुआ। दोनों तरफ से फायरिंग हुई। अजीत सिंह से एक 315 बोर की राइफल, 2 खाली और 1 भरा हुआ कारतूस जब्त किया है।
हत्याकांड में इन लोगों के शामिल होने का आरोप
हत्याकांड में मुख्य आरोपी अजीत सिंह के अलावा स्वयं धीर सिंह तोमर, उनके दोनों बेटे श्याम सिंह व सोनू तोमर और सोवरन सिंह तोमर के बेटे भूपेंद्र सिंह व बलराम सिंह तोमर के नाम मुख्य रूप से शामिल बताए जा रहे हैं। सोवरन की 2013 में हत्या हो चुकी है। इसके अलावा अन्य लोग भी शामिल हैं। इनमें से आरोपी अजीत और भूपेंद्र शॉर्ट एनकाउंटर में पकड़े गए।
सरेंडर के लिए कहा तो आरोपियों की फायरिंग
एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि मुरैना गोलीकांड के मुख्य आरोपियों की लोकेशन महुआ थाना क्षेत्र के उसैथ घाट के आसपास है। ये वहां से नदी किनारे पड़ोसी प्रदेश में जाने की फिराक में थे। सूचना मिलते ही पुलिस का दल उन्हें पकड़ने गया। घेराबंदी कर उन्हें सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने पुलिस पर फायर किया। जवाब में पुलिस ने भी फायर किया।
आरोपियों पर था 30 हजार का इनाम
हत्याकांड के आरोपी धीर सिंह, रज्जो देवी, पुष्पा और सोनू तोमर को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। शुरुआत में सभी आरोपियों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित था, इसे सोमवार को ही बढ़ाकर 30 हजार रुपए किया गया है। शॉर्ट एनकाउंटर में अजीत सिंह तोमर और भूपेंद्र सिंह तोमर भी पकड़े गए हैं। अभी श्यामू पुत्र धीर सिंह तोमर, मोनू पुत्र धीर सिंह तोमर, रामू पुत्र धीर सिंह तोमर और गौरव पुत्र सूरजभान सिंह तोमर फरार हैं।
मुरैना में हुई थी 6 लोगों की गोली मारकर हत्या
मुरैना के लेपा भिड़ौसा गांव में 5 मई को सुबह एक परिवार के 6 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गांव के 2 परिवारों के बीच पिछले 10 साल से रंजिश चल रही है। इसके चलते ही एक परिवार ने दूसरे परिवार पर फायरिंग कर दी। 3 पुरुष और 3 महिलाएं की मौत हो गई थी। 3 लोग घायल हुए थे। इसी गांव के रविंद्र सिंह कांग्रेस विधायक हैं।
मुरैना हत्याकांड की एक और आरोपी पुष्पा पकड़ी गई है। पुलिस ने उसे रविवार को उत्तर प्रदेश के इटावा से गिरफ्तार किया है। उस पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित था। पुष्पा ने ही अपने बेटे अजीत सिंह तोमर के हाथ में बंदूक देकर 9 लोगों पर गोलियां चलवाई थीं। वह बेटे को बता रही थी कि किस-किस को गोली मारनी है।
मुरैना के लेपा-भिडौसा गांव में 6 लोगों की हत्या के बाद दहशत और मातम है। गांव में मौजूद परिवार में सिसकियां, आंखाें में आंसू और गुस्सा है। जिस भी शख्स ने दिल दहला देने वाला मंजर देखा, उसे भूल नहीं पा रहा। आंखों के सामने अपनों का सीना छलनी कर दिया गया। बावजूद, परिवार की एक लड़की इस खूनी खेल का मोबाइल से वीडियो बनाती रही। हमलावर ने लड़की पर फायर भी किया, लेकिन गोली दीवार पर जाकर लगी। छर्रा लड़की के सीने पर लगा। बावजूद उसने वीडियो बनाना बंद नहीं किया। वो चाहती थी कि यही वीडियो हत्यारों के खिलाफ सबूत बने। दैनिक भास्कर ने वीडियो बनाने वाली रंजना तोमर से बात की। उसने रुंधे हुए गले से पूरी आंखोंदेखी बयां की…।
मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के बागी पानसिंह तोमर के भिड़ौसा गांव से सटा लेपा गांव चर्चा में है। यहां 10 साल पहले दो पक्षों में कचरा फेंकने को लेकर विवाद हुआ था। इस विवाद में दो लोगों की हत्या कर दी गई थी। अब इसका बदला 6 लोगों के खून से लिया गया। शुक्रवार को ताबड़तोड़ गोलियां चलीं। एक के बाद एक छह लाशें बिछ गईं। हालांकि, 10 दिन पहले दोनों पक्षों में समझौता भी हुआ था। भरोसा करके गांव छोड़ चुका परिवार 10 साल बाद गांव लौटा। उस पर धोखे से हमला कर दिया गया।
6 लोगों की हत्या करने वाला अजीत बोला था- दुश्मन गांव आए तो गोली से स्वागत करूंगा
चंबल में कहावत है ‘आदमी बूढ़ा हो सकता है, दुश्मनी नहीं’। मुरैना के लेपा-भिड़ौसा गांव में 5 मई को यही हुआ। 10 साल पहले 12 साल की उम्र में पिता की हत्या देखने वाला नाबालिग इंतकाम की आग में जलते हुए बड़ा हुआ। वर्षों बाद दुश्मन को सामने देख उसने ताबड़तोड़ फायरिंग कर 3 महिलाओं सहित 6 लोगों को मौत के घाट उतार दिया।