Acn18.com/कोलकाता में एक ट्रेनी महिला के साथ हुए पाशविक कृत्य का विरोध पूरे भारत में हो रहा है। कोरबा में भी मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने एक दिवसीय हड़ताल में भाग लिया जिसके कारण अस्पताल की व्यवस्था चरमरा गई ।इलाज ना हो पाने के कारण एक महिला की मौत हो गई।
मेडिकल कॉलेज कोरबा के चिकित्सक भी कोलकाता कांड के विरोध में एक दिवसीय हड़ताल पर चले गए ।अस्पताल के बाहर उनके द्वारा नारेबाजी कर न्याय की गुहार लगाई जाती रही। उधर अस्पताल में पुरानी बस्ती कोरबा की एक महिला का बेटा मां के प्राण की रक्षा करने की गुहार लगाने पहुंच गया लेकिन उसे चिकित्सकों से सिर्फ आश्वासन मिला
मरीज के बेटे उमेश खुल्लर ने बताया कि उसने अपनी मां को सुबह 6:00 बजे ही भर्ती कर दिया था जिस समय अस्पताल लाया गया उसे समय उसकी मां की तबीयत इतनी नहीं खराब थी कि उसकी मौत हो जाती लेकिन चिकित्सकों की हड़ताल के कारण उसकी मां का निधन हो गया
गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज कोरबा के समस्त चिकित्सक कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ एक नरा धम व्यक्ति द्वारा जो अमानवीय कृत्य किया गया और फिर उसी अस्पताल में घुसकर सैकड़ो लोगों ने जो तोड़फोड़ और मारपीट की गई उसके विरोध में एकदिवसीय हड़ताल पर हैं। इस घटना का पूरे देश में विरोध हो रहा है।न केवल चिकित्सा जगत से जुड़े हुए लोग बल्कि आम आदमी भी इस तरह की घटना के लिए पश्चिम बंगाल सरकार को दोषी ठहरा रहा है। चिकित्सकों को सुरक्षा मिले वह अपना काम स्वतंत्रता और निर्भीकता के साथ कर सकें यह तो न्याय संगत है लेकिन उनकी हड़ताल अथवा लापरवाही के कारण यदि किसी मरीज की जान जाती है तो इसकी जिम्मेदारी किसके ऊपर डाली जाए यह भी तय होना जनहित में है