देशभर में जन्माष्टमी के पहले दिन सेलिब्रेशन हो रहा है। कृष्ण जन्मभूमि के मौके पर मथुरा शहर को सजाया गया है। वहीं, देश के अन्य कृष्ण मंदिरों में भी कृष्ण के जन्म उत्सव की तैयारियां की गई हैं।
इस साल जन्माष्टमी 6 और 7 सितंबर दोनों दिन मनेगी। ज्योतिषियों का मत है कि कृष्ण जन्मोत्सव 6 की रात ही मनाना चाहिए, क्योंकि इसी रात में तिथि-नक्षत्र का वो ही संयोग बन रहा है, जैसा द्वापरयुग में बना था। वहीं, द्वारका, वृंदावन और मथुरा सहित बड़े कृष्ण मंदिरों में वैष्णव संप्रदाय के मुताबिक 7 तारीख को ये पर्व मनेगा। 7 और 8 की दरमियानी रात 12 बजे श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव होगा। ग्रंथों के मुताबिक ये भगवान कृष्ण का 5250वां जन्म पर्व है।