Acn18.com/दुर्ग जिले में मानसून ने रविवार से दस्तक दे दी है। रविवार तड़के से शुरू हुई बारिश रुक-रुक होत रही । इसके बाद सोमवार सुबह से फिर लगातार पानी बरसना शुरू हुआ। इस बीच 26 जून से बच्चों के स्कूल खुले तो वहीं शहर के सभी अंडर ब्रिज भी पानी से लबालब हो गए। इससे लोगों को भिलाई शहर से टाउनशिप की तरफ आने जाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
पहली बारिश ने ही दुर्ग और भिलाई नगर निगम की सभी व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। अभी तेज बारिश नहीं हुई, इसके बाद भी चंद्रा मौर्या और प्रियदर्शनी नगर अंडर ब्रिज में पानी भर गया है। लोगों को पानी के बीच से होकर जाना पड़ रहा है।
लोगों का कहना है कि यदि बारिश और हुई तो ये अंडर ब्रिज इतने भर जाएंगे कि लोग यहां से निकल भी नहीं पाएंगे। अभी से हालत यह है कि लोग भरे हुए अंडर ब्रिज को पार करने से डर रहे हैं। कई लोग तो अपनी गाड़ियों को मोड़कर पावर हाउस, नेहरू नगर और वाईसेप ब्रिज से घूम कर आना जाना कर रहे हैं।
वहीं अंडरब्रिज से पानी निकालने को लेकर निगम की कोई व्यवस्था नहीं दिख रही है। निगम के अधिकारी मौके का निरीक्षण करने पहुंचे। उनके द्वारा कहा जा रहा है कि निर्माणाधीन सुपेला अंडरब्रिज के चलते यहां का पानी आगे नहीं जा पा रहा है। इससे जल भराव अधिक हो रहा है। जोन कमिश्नर अमिताभ शर्मा का कहना है कि चंद्रा मौर्या अंडर ब्रिज में तकनीकी कमी के चलते हल्की बारिश में भी पानी का भराव हो जाता है। ऐसा होने पर पंप चालू करके पानी निकालना पड़ता है।
दो फीट तक भरा अंडरब्रिज में पानी
भिलाई के चंद्रा मौर्या अंडरब्रिज में दो फीट तक पानी भर गया था। यहां से चार पहिया और दो पहिया वाहन पानी के बीच से जान जोखिम में डालकर निकल रहे हैं। दो पहिया वाहन चालक का कहना है कि चार पहिया वाहन चालक तेजी से निकलते हैं। इससे पानी काफी दूर तक छिटकता है और लहर मारता है। ऐसे में दो पहिया वाहन अनबैलेंस हो जा रहे हैं। इससे बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है।
अन्य अंडरब्रिज में जल भराव का खतरा
दुर्ग में दो, भिलाई में तीन और भिलाई तीन में एक सहित अभी कुल 6 अंडरब्रिज हैं। एक सुपेला का अंडरब्रिज निर्माणाधीन है। इन सभी में बारिश के मौसम में जल भराव की समस्या होती है। हालांकि दुर्ग के बने दो नए अंडरब्रिज में इत तरह की समस्या देखने को नहीं मिली, लेकिन पानी अधिक हुआ तो समस्या बढ़ सकती है।