acn18.com कोरबा/ गर्मी के सीजन में अलग-अलग क्षेत्रों में होने वाली आगजनी की घटनाओं में व्यापक नुकसान होता है। जंगल भी इससे प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकते। इसलिए वन विभाग ने आगजनी पर नियंत्रण के लिए कई स्तर पर व्यवस्था की है। वन प्रबंधन समितियों का सहयोग भी इस काम में लिया जा रहा है।
वन मंडल कोरबा में कुछ स्थानों पर आग लगने की सूचनाएं प्राप्त हुई है जिस पर प्राथमिक रूप से नियंत्रण करने का काम मौजूद संसाधनों से किया गया है। वन मंडल के 91 बीट में फरवरी के दूसरे पखवाड़े से फायर वाचर और फायर ब्लोअर की व्यवस्था की गई है।
वन मंडल कोरबा के बड़े हिस्से को भी सेंट्रलाइज्ड फायर मॉनिटरिंग सिस्टम से जोड़ा गया है। यह सेटेलाइट पर बेस्ड है जिसके माध्यम से कहीं भी आग लगने की जानकारी अधिकारी से लेकर कर्मचारी के मोबाइल नंबर पर प्राप्त होती है।
वन अधिकारी मानते हैं कि जंगलों में तेंदूपत्ता और महुआ संग्रहण करने वाला वर्ग ही आग लगाता है इसलिए हमने फूड ग्रेड आधारित महुआ संग्रहित करने के लिए पेड़ के नीचे नेट लगाने की व्यवस्था की है।
पर्यावरण के संतुलन में जंगल भूमिका निभा रहे हैं । इसलिए इनकी सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाना आवश्यक है।