वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी जल प्रबंधन प्रथाओं को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बालको के कर्मचारी और स्थानीय समुदाय के लोग दोंदरो गांव में चेक डैम के नवीनीकरण के लिए एक साथ आए।
2016 में बालको द्वारा निर्मित इस चेक डैम में गाद जमा होने के कारण इसकी जल धारण क्षमता कम हो गई थी। गाद को हटाने में 50 से अधिक बालको कर्मचारियों और स्थानीय निवासियों ने हिस्सा लिया। सफाई के बाद जल धारण क्षमता की बहाली से लगभग 100 किसानों को लाभ होगा। किसानों को ग्रीष्मकाल में दूसरे और तीसरे फसल के लिए पानी सुरक्षित करने के साथ ही आस-पास के जल संरचनाओं को रिचार्ज करने में मदद मिलेगी।
लगभग 60 लाख लीटर की विशाल भंडारण क्षमता वाले इस चेक डैम के अलावा बालको कई अन्य संरचनाओं को आने वाले महीनों में नवीनीकरण करने की योजना बना रहा है। यह पहल गर्मी के महीनों के दौरान सिंचाई के लिए स्थायी जल आपूर्ति सुनिश्चित करके क्षेत्र के किसानों को बेहतर फसल की पैदावार देने और उनकी आय बढ़ाने में मदद करेगी।
स्थानीय समुदायों के लिए सिंचाई और पीने के पानी की जरूरतों में मदद करते हुए बालको ने अबतक इस क्षेत्र में 150 से अधिक जल संरचनाएं जैसे चेक डैम, कृषि तालाब, सामुदायिक तालाब आदि विकसित किए हैं। इससे वर्ष में एक से अधिक फसल के पैदावार होने से लगभग 32 से अधिक पड़ोसी गांव लाभान्वित होंगे। इन संरचनाओं ने मिट्टी की नमी को बढ़ाने और भूजल स्तर को बनाए रखने में भी योगदान दिया है, जिससे क्षेत्र में कृषि पारिस्थितिकी तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
चेक डैम के नवीनीकरण के अलावा बालको विश्व जल दिवस के अवसर पर स्थायी जल प्रबंधन प्रथाओं को बढ़ावा देकर जल सप्ताह मना रहा है। अपने विभिन्न पहल ‘वाटर लीकेज स्पॉटिंग सुपरहीरो’ अभियान, जल प्रबंधन पर वार्ता, स्लोगन राइटिंग और पोस्टर मेकिंग जैसी प्रतियोगिताओं की मदद से कर्मचारियों एवं स्थानीय समुदाय के बीच जल संसाधनों के संरक्षण और दैनिक जीवन में स्थायी प्रथाओं को अपनाने के लिए जागरूकता पैदा की है। बालको आसपास के क्षेत्र में पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को बनाएं रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
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