ACN18.COM कोरबा/ शराब के मामले में शान्तिप्रिय समझे जाने वाले गाँव बड़मार में आबकारी टीम ने एक घर मे दबिश दी और युवक को साथ ले लिया। युवक की माँ सहित गाँव की महिलाओं ने इस कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े किए है । कलेक्टर से इसकी शिकायत की गई है। महिलाओं का आरोप है कि नंबर बढ़ाने के लिए फर्जी कार्रवाई की गई है।
करतला पुलिस थाना के बाद महिलाओं ने कोरबा कलेक्टर को इस मामले को लेकर लिखित रूप से शिकायत की है और आबकारी विभाग को निशाने पर लिया है। 7 जुलाई को आबकारी विभाग की टीम बड़मार गांव में पहुंची थी। खबर- के अनुसार इस गांव में शराब से लोगों का लेना देना नहीं है। यहां पर स्कॉर्पियो से आपकारी की टीम आई हुई थी जिसके द्वारा मनहरण चौहान नामक युवक को जबरदस्ती ले जाया गया। उसकी मां फोटोबाई ने बताया कि घर पर कुछ नहीं मिला। आबकारी के लोग अपने साथ खुद शराब लाए थे और ऐसे ही यहां से जब्त होना दिखा दिया। महिला ने बताया कि आबकारी के लोगों से भी वाहन में कोरबा ले जा रहे थे लेकिन कुछ दूर ले जाने के बाद उसे उतार दिया गया। इस मामले को लेकर पुलिस और कलेक्टर के पास शिकायत की गई है।
यह बात सही है कि कोरबा जिले में सरकारी देसी विदेशी शराब दुकानों के संचालन के बीच अनेक स्थानों पर अवैध रूप से शराब बनाने और बेचने का काम काफी लोग करते रहे हैं। अलग-अलग मौकों पर यहां कार्रवाई होती रही है। इन सब के बीच कई स्थानों पर आबकारी टीम के द्वारा लोगों से हजारों की उगाही करने के मामले के प्रकाश में आए हैं। विपक्ष ने सबूत के साथ इस बारे में शिकायत की है। बड़मार से बड़े मामले में महिला ने जो आरोप लगाए हैं इस बारे में क्या कुछ एक्शन लिया जाता है, यह देखना दिलचस्प होगा।
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