Acn18.comरायपुर/ राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में आयोजित जनदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुंची हैं। उनमें से कुछ महिलाएं अपनी समस्या लेकर पहुंची तो कुछ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को महतारी वंदन योजना के लिए धन्यवाद देने जनदर्शन में आई।
राजिम से आई श्रीमती हेमलता तारक, श्रीमती पूर्णिमा बंजारे और श्रीमती पूर्णिमा ने बड़े हर्ष से बताया कि इस महीने जैसे ही महतारी वंदन का पैसा खाते में आया तभी सोच लिया कि इनसे अब धूमधाम से रक्षाबंधन मनाएंगे। भाईयों के लिए राखी और अच्छी मिठाईयां खरीदेंगे।उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने हमें आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए महतारी वंदन योजना की शुरुआत की। हम मुख्यमंत्री श्री साय का आभार व्यक्त करते हैं। भिलाई की श्रीमती अंजना दास और श्रीमती सुनंदा साहू ने कहा कि महतारी वंदन का पैसा जब-जब खाते में आता है, बहुत खुशी मिलती है। योजना में आए कुछ पैसे खर्च करते हैं और कुछ बचाते हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने महतारी वंदन योजना की छठवीं किश्त एक अगस्त को जारी कर दी है। इस योजना अंतर्गत लगभग 70 लाख माताओं-बहनों के खातों में राशि अंतरित हुई। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के अनुरूप माताओं-बहनों को हर महीने महतारी वंदन योजना के अंतर्गत 1000 रूपए देने का संकल्प लिया था।
प्रशासनिक अमले ने तेजी से सर्वे का काम पूरा करते हुए हितग्राही महिलाओं से फार्म भरवाए और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 10 मार्च को महतारी वंदन योजना की पहली किश्त जारी की थी। इसके पश्चात नियमित रूप से यह किश्त जारी की जा रही है। नियमित रूप से यह राशि आने की वजह से महिलाएं काफी खुश हैं। कुछ महिलाएं अपने घरेलू बजट को इससे व्यवस्थित कर पा रही हैं, तो कुछ राशि को बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में खर्च कर रही हैं। कुछ भविष्य के लिए पैसे बचा रहीं हैं और कुछ निवेश भी कर रही हैं।
महतारी वंदन योजना के क्रियान्वयन में सुशासन के मूल्य स्पष्ट झलकते हैं। डीबीटी के माध्यम से राशि का अंतरण हो रहा है इससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी है। बीते दिनों जनदर्शन में भी बहुत सी महिलाओं ने आवेदन दिए साथ ही महतारी वंदन योजना को लेकर अपनी खुशी भी जाहिर की थी। इन महिलाओं ने मुख्यमंत्री से कहा कि विष्णु का सुशासन हमारे जीवन में बहुत सुख-समृद्धि लेकर आया है। इसके पहले महिलाओं को लेकर इतनी अच्छी योजना हमारे राज्य में क्रियान्वित नहीं की गई थी। इससे हमारे सपने पूरे हो रहे हैं।
सड़क निर्माण के दौरान गई जमीन, नहीं मिला मुआवजा
मुख्यमंत्री ने बालोद कलेक्टर को दिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश
रायपुर, 08 अगस्त 2024/ मुख्यमंत्री जनदर्शन में आए बालोद निवासी श्री बोधनलाल के भूमि के संबंध में मुआवजा प्रदान करने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने त्वरित कारवाई के निर्देश दिए। श्री बोधन लाल ने बताया कि उनकी जमीन अंडा सड़क निर्माण में ली गई है लेकिन अब तक भू अर्जन की राशि नहीं मिली है। मुख्यमंत्री ने इस पर बालोद कलेक्टर को त्वरित कार्रवाई कर भू अर्जन की राशि दिलाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही भू अर्जन से प्रभावित अन्य लोगों को भी शीघ्र राहत देने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री के प्रति श्री बोधनलाल ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि भू अर्जन की राशि आपसे मिलने के बाद शीघ्र ही मिल जाएगी। आपने मुझे आश्वस्त कर दिया है। अब मेरी सारी चिंता दूर हो गई है।
एक उम्मीद की कहानी: दिव्यांग कोमल लहरे का संघर्ष और नई शुरुआत
रायपुर, 8 अगस्त 2024: संघर्ष की धरती पर उगता एक नया सूरज। यह कहानी है ग्राम सेरीखेड़ी के दिव्यांग कोमल लहरे की जो जीवन की हर कठिनाई का सामना कर अपने परिवार के लिए एक बेहतर कल की उम्मीद जगा रहे हैं।
दिव्यांग कोमल लहरे एक साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जिनकी जीवनयापन का साधन गाँव के ही बाज़ार में आलू-प्याज बेचकर चलता था। लेकिन उनका जीवन हमेशा से इतना सरल नहीं था। कोमल 80 प्रतिशत दिव्यांगता के साथ जन्मे थे, और उनका हर दिन जीवन की चुनौतियों से लड़ते हुए गुजरता था। उनके परिवार में उनकी पत्नी भी दिव्यांग हैं और उनके दो मासूम बच्चे, जिनकी आँखों में सपने और दिल में उम्मीदों का बसेरा है।
जीवन की इस कठिनाई में दिव्यांग कोमल का हौसला कभी नहीं टूटा। अपनी दिव्यांगता को चुनौती मानकर उन्होंने अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने का हर संभव प्रयास किया। लेकिन पैरों में लगे पहियों के बावजूद उनका सफर आसान नहीं था। कई बार जीवन की कठिनाइयों ने उन्हें थकाया लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
इस मार्मिक संघर्ष की कहानी मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सामने मुख्यमंत्री जनदर्शन के दौरान आई। जनदर्शन कार्यक्रम में दिव्यांग कोमल की यह दास्तान सुनते ही मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने उन्हें बैटरी चलित मोटराइज्ड ट्राई साइकिल प्रदान किया। मुख्यमंत्री श्री साय के हाथों मिली इस ट्राई साइकिल ने कोमल के जीवन में एक नई उम्मीद की किरण जगाई है। अब वे अपने व्यवसाय को और भी बेहतर तरीके से कर सकेंगे और अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित कर सकेंगे।
एक उम्मीद की कहानी: दिव्यांग कोमल लहरे का संघर्ष और नई शुरुआत
रायपुर, 8 अगस्त 2024: संघर्ष की धरती पर उगता एक नया सूरज। यह कहानी है ग्राम सेरीखेड़ी के दिव्यांग कोमल लहरे की जो जीवन की हर कठिनाई का सामना कर अपने परिवार के लिए एक बेहतर कल की उम्मीद जगा रहे हैं।
दिव्यांग कोमल लहरे एक साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जिनकी जीवनयापन का साधन गाँव के ही बाज़ार में आलू-प्याज बेचकर चलता था। लेकिन उनका जीवन हमेशा से इतना सरल नहीं था। कोमल 80 प्रतिशत दिव्यांगता के साथ जन्मे थे, और उनका हर दिन जीवन की चुनौतियों से लड़ते हुए गुजरता था। उनके परिवार में उनकी पत्नी भी दिव्यांग हैं और उनके दो मासूम बच्चे, जिनकी आँखों में सपने और दिल में उम्मीदों का बसेरा है।
जीवन की इस कठिनाई में दिव्यांग कोमल का हौसला कभी नहीं टूटा। अपनी दिव्यांगता को चुनौती मानकर उन्होंने अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने का हर संभव प्रयास किया। लेकिन पैरों में लगे पहियों के बावजूद उनका सफर आसान नहीं था। कई बार जीवन की कठिनाइयों ने उन्हें थकाया लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
इस मार्मिक संघर्ष की कहानी मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सामने मुख्यमंत्री जनदर्शन के दौरान आई। जनदर्शन कार्यक्रम में दिव्यांग कोमल की यह दास्तान सुनते ही मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने उन्हें बैटरी चलित मोटराइज्ड ट्राई साइकिल प्रदान किया। मुख्यमंत्री श्री साय के हाथों मिली इस ट्राई साइकिल ने कोमल के जीवन में एक नई उम्मीद की किरण जगाई है। अब वे अपने व्यवसाय को और भी बेहतर तरीके से कर सकेंगे और अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित कर सकेंगे।
पडवानी गायिका शांति बाई चेलक जनदर्शन में आईं, पद्मश्री के लिए अनुशंसा के लिए किया आग्रह
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडवानी एवं लोक कलाओं को आगे बढ़ाने के लिए हम प्रतिबद्ध
रायपुर, 8 अगस्त, 2024/ मुख्यमंत्री निवास में आयोजित जनदर्शन में आज पंडवानी गायिका शांति बाई चेलक भी आईं। उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से पंडवानी की परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही है और इसके लिए उन्होंने विभिन्न मंचों में प्रदर्शन किया है। पंडवानी की कला को समृद्ध करने के लिए हर संभव प्रयास वे कर रही हैं। उन्होंने कहा कि वे चाहती हैं कि पंडवानी में छत्तीसगढ़ में हो रहे कार्यों को लेकर पद्मश्री पुरस्कार हेतु उन्हें अनुशंसित किया जाए। मुख्यमंत्री ने उन्हें शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए शासन प्रतिबद्ध है। आप लोग पंडवानी को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। पंडवानी से देश दुनिया में छत्तीसगढ़ की एक अलग पहचान है। हमारी प्रख्यात पंडवानी गायिका तीजन बाई जी को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है। छत्तीसगढ़ शासन का संस्कृति विभाग लोक कलाओं को समृद्ध करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा एवं इस संबंध में केंद्र सरकार से लोक कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए समन्वय करेगा। मुख्यमंत्री ने आज जनदर्शन में तिरंगा झंडा देकर पडवानी गायिका शांति बाई चेलक को सम्मानित किया।
नोएडा में दरोगा ने कैब लूटी, लड़की से जबरदस्ती की: कार से सुनसान जगह ले गया, गिरफ्तार; 3 पुलिसवाले सस्पेंड, DCP हटाई गईं
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