acn18.com कोरबा /कोरबा में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन गौरव कृष्ण शास्त्री महाराज ने जीवनोपयोगी सीख दिया। कथा के दरमियान महारास की झांकी और नृत्य में भक्तों ने भाग लेकर खुद को धन्य बनाया। भगवान कृष्ण और रुक्मणी विवाह के प्रसंग पर भी मनमोहक झांकी प्रस्तुत की गई।
घंटाघर मैदान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन व्यास पीठ पर विराजमान गौरव कृष्ण शास्त्री ने बताया की भागवत कथा हमें जीवन के साथ-साथ काल की गति को भी सुधरने का संदेश देती है।कोरबा के वासन परिवार द्वारा आयोजित इस ज्ञान गंगा में गोते लगाते हुए प्रभु प्रेमियों ने महारास का आनंद उठाया और नृत्य में भाग लिया
गौरव कृष्ण शास्त्री महाराज ने भगवान श्री कृष्ण, माता राधा और माता रुक्मणी के चरित्र पर विस्तार से प्रकाश डाला। कथा सुनने के लिए आए हजारों हजार लोगों ने रुक्मणी विवाह का साक्षी बनते हुए पुण्य लाभ अर्जित किया