प्रख्यात कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर आगरा की जामा मस्जिद को लेकर फिर से मुखर हो गए हैं। उन्होंने कहा, ”कृष्ण जन्माष्टमी तक मेरी अपील है कि मुस्लिम भाई जामा मस्जिद की सीढ़ियों में पैर न रखें। वहां हमारे आराध्य कृष्ण की मूर्तियां हैं। वहीं, यूनिफॉर्म सिविल कोड पर कथावाचक ने कहा कि मैं 1 शादी करूंगा, आप 4 कैसे करेंगे? मेरे 2, तो आपके 40 बच्चे क्यों होंगे?
इसके अलावा उन्होंने धर्माचार्यों के सांसद और विधायक बनने, स्कूलों में पढ़ाई और समाजवादी पार्टी पर खुलकर अपने विचार रखे। देवकीनंदन ठाकुर इन दिनों कानपुर में कथा के सिलसिले में आए हैंमूर्तियां दबी हैं, ये हम नहीं कह रहे, ये तो प्रमाण मिल रहे हैं। औरंगजेब ने 1670 में काशी, मथुरा और आगरा में मंदिर तोड़े। इतिहासकारों और गुरु ग्रंथ साहिब में इसका वर्णन किया गया। मथुरा का नाम बदलकर इस्लामाबाद कर दिया गया था। अंग्रेज कलेक्टर, पेरिस और फ्रांस के पत्रकारों ने अपनी किताब में जिन फतवों का जिक्र किया, उसमें ये प्रमाण मिलते हैं।