अंतरराज्यीय ठग गिरोह के 4 आरोपी गिरफ्तार:झारखंड के देवघर से पकड़े गए;नेट पर बैंकों के कस्टमर केयर के फेक नंबर कर रखे थे अपलोड

Acn18.com/रायगढ़ जिले में बैंकिंग लोन के नाम पर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय ठग गिरोह के 4 सदस्यों को पुलिस झारखंड से गिरफ्तार कर छत्तीसगढ़ लेकर आई है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम अब्दुल वाहिद अंसारी (28 साल), मजहर अंसारी (23 साल), सफरउद्दीन अंसारी (18 साल) और महफूज अंसारी (22 साल) हैं। मामला कोतरा रोड थाना क्षेत्र का है।

ठगों ने अनेक बैकिंग APP के मॉडिफाई ऐप से फिशिंग लिंक भेजकर ऑनलाइन ठगी को अंजाम दिया था। कोतरा रोड थाने में भी एक पीड़ित व्यक्ति ने लोन दिलाने के नाम पर करीब 1 लाख रुपए की ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

जानकारी के अनुसार, कोतरा रोड थाना क्षेत्र अंतर्गत कृष्णा विहार कॉलोनी में रहने वाले सहायक अध्यापक कुबेर नाथ मिश्रा (35 साल) के साथ ऑनलाइन फ्रॉड हुआ था। कुबेरनाथ मिश्रा ने 26 जून को थाना कोतरा रोड में अज्ञात आरोपी द्वारा इनके नाम से 98,130 का लोन एचडीएफसी बैंक के APP के जरिए लेकर दूसरे खाते में रकम ट्रांसफर कर हड़प लेना बताया। कोतरा रोड थाना प्रभारी उदित पुष्कर ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया।

साइबर सेल को जांच में आरोपियों द्वारा प्रयोग किए गए सिम नंबरों के कई IMEI सेट में उपयोग करने और 22 राज्यों में इन सिम नंबर से फ्रॉड करने की जानकारी मिली। कोतरा रोड थाने में दर्ज मामलों के अलावा आरोपियों पर दर्ज 7-8 केस और पाए गए। इनके द्वारा फ्रॉड के कुल 965 मामले अटेम्प्ट किए गये हैं। साइबर सेल रायगढ़ की टीम ने सभी फ्रॉड पीड़ितों से संपर्क कर जानकारी जुटाई और इनके द्वारा और कितनी ठगी की गई है, इसका पता लगाया। जांच में आरोपियों के खिलाफ विभिन्न जिलों में कुल 8-10 लाख रुपए की ठगी करने की जानकारी मिली है।

एसएसपी सदानंद के निर्देशन पर प्रोविजनल डीएसपी अमन लखीसरानी और थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक प्रशांत राव आहेर के नेतृत्व में साइबर सेल, थाना कोतरा रोड और थाना चक्रधरनगर की संयुक्त टीम बनाकर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए झारखंड रवाना किया गया। टीम ने देवघर जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मोरने में दबिश देकर ठगी का सिंडिकेट चला रहे 4 युवकों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें रायगढ़ लेकर आई।

आरोपी ऐसे करते थे ठगी

गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उन्होंने नेट पर कस्टमर केयर के फेक नंबर अपलोड कर रखे हैं। उन्होंने कई बैंकिंग ऐप के मॉडिफाई ऐप के जरिए ठगी की। ये अन्य व्यक्तियों के नाम पर मोबाइल खरीदकर उनमें फर्जी सिम का प्रयोग कर रहे हैं। ये नाम बदल-बदलकर लोगों को क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लाइन बढ़ाने, ऑनलाइन बैंक लोन निकलवाने के नाम पर कॉल करते हैं। कुछ लोग नेट पर इनके द्वारा अपलोड किये गये फेक कस्टमर नंबर के जरिए भी संपर्क में आए हैं।

ये कस्टमर को एप्लीकेशन लिंक शेयर कर कॉल कर उनसे संपर्क करते और फिशिंग लिंक में लॉग इन कराकर उनके खातों की रकम की ठगी करते थे। इन्होंने बताया कि ये मोबाइल धारकों के ठगी रकम से ऑनलाइन शॉपिंग कर महंगे सामान खरीदते और उन्हें बेचकर रकम बांट लेते थे। रायगढ़ के कुबेर मिश्रा से मजहर अंसारी ने फर्जी सिम कार्ड के प्रयोग से उनके पीएनबी और इंडियन बैंक के खाते से 98,130 दूसरे खाते में ट्रांसफर किये और चारों ने रुपयों को आपस में बांट कर खर्च कर दिया।

आरोपियों से पूछताछ जारी

कोतरा रोड पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 2 दिन की पुलिस रिमांड पूछताछ के लिए मिली है। आरोपियों के जब्त मोबाइल और इन्स्टॉल ऐप के डिटेल खंगाले जा रहे हैं। पुलिस आरोपियों की वर्तमान अकाउंट डिटेल निकलवाकर उन्हें होल्ड कराने की कार्रवाई कर रही है।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम

(1.) अब्दुल वाहिद अंसारी (28 साल)

(2.) मजहर अंसारी (23 साल)

(3.) सफरउद्दीन अंसारी (18 साल)

(4.) महफूज अंसारी (22 साल)

सभी निवासी मोरने थाना मोहनपुर जिला देवघर झारखंड के रहने वाले हैं। आरोपियों के पास से 8 मोबाइल जब्त किए गए हैं।