Acn18.com/कांकेर जिले में स्थित शिवनगर दत्तक ग्रहण केंद्र में मासूम बच्चों की पिटाई के मामले में बाल संरक्षण अधिकारी रीना लारिया को बर्खास्त कर दिया गया है। अधिकारी को (संविदा) पद से सेवा समाप्त कर दिया गया है।
बता दें कि दत्तक ग्रहण केंद्र में बच्चों से मारपीट मामले में बाल संरक्षण अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। जांच में जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने और काम में लापरवाही बरतने की बात सामने आई है। बाल संरक्षण अधिकारी रीना लारिया को बच्चों से दुर्व्यवहार की जानकारी होने के बाद भी उन्होंने उच्च अधिकारियों को सूचित नहीं किया था।
प्रतिज्ञा विकास संस्थान दुर्ग द्वारा जिला मुख्यालय कांकेर में संचालित विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण संस्था के खिलाफ बच्चों के साथ यातना और दुर्व्यवहार की शिकायत पाए जाने पर संचालनालय, महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त टीम द्वारा 4 जून को दत्तक ग्रहण अभिकरण पहुंचकर जांच की गई थी। निरीक्षण में संस्था के खिलाफ प्राप्त शिकायत की पुष्टि हुई है।
घटना के संबंध में जांच दल द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन में रीना लारिया के कथन अनुसार विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण संस्था में बच्चों के साथ हुए दुर्व्यवहार की जानकारी होने की बात स्वीकार की थी। उसके बावजूद भी कार्रवाई के लिए सीनियर अधिकारियों को सूचित नहीं करना रीना लारिया के पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही साबित हुई थी।
घटना के संबंध में जारी कारण बताओ नोटिस के जवाब में रीना लारिया द्वारा लिखा गया है कि उनके द्वारा संस्था का मासिक, त्रैमासिक रूप से नियमित निरीक्षण, पर्यवेक्षण किया जाता रहा है । संस्था के निरीक्षण में पाई गई कमियां और निरीक्षण का अवलोकन संधारित पंजी से किया जा सकता है, लेकिन पंजी में इस घटना के संबंध में कोई बात अंकित होना नहीं पाया गया है। जिस पर रीना लारिया द्वारा प्रस्तुत जवाब को अधिकारियों ने संतोषजनक नहीं बताया। जिसके बाद कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने बाल संरक्षण अधिकारी (संविदा) की सेवा समाप्त करने का आदेश जारी किया है।
ये है पूरा मामला
शिवनगर दत्तक ग्रहण केंद्र का एक वीडियो सामने सामने आया था। जिसमें यहां की प्रोग्राम मैनेजर सीमा द्विवेदी क्रूरता से मासूमों को पीटती दिखाई दी थीं। दैनिक भास्कर को मिले इस वीडियो में महिला पहले एक बच्चे की पिटाई करती है और फिर दूसरी बच्ची को भी पीटने लगती है। ये घटना कुछ महीने पहले की है।
सामने आए वीडियो में साफ दिख रहा था कि सीमा द्विवेदी ने बच्ची को पहले हाथ से मारा, फिर बाल पकड़कर जमीन पर पटक दिया। जमीन पर गिरी बच्ची को दोबारा खड़ा किया और फिर बांह पकड़कर पलंग पर पटक दिया। बच्ची चीखती-चिल्लाती है, रोने लगती है, लेकिन मैनेजर को तरस आना तो दूर, वो उसकी और पिटाई करती रहती है। दो आया वहां से गुजरती हैं, लेकिन किसी की हिम्मत नहीं होती कि बच्चों के साथ हो रही बर्बरता को रोक सके।
पास में खड़ी बच्ची को भी बुलाकर पीटने लगी
जब ये सब हो रहा था, उसी बीच एक दूसरी बच्ची वहां पहुंच गई, तो मैनेजर महिला उसे पास बुलाकर सवाल-जवाब करने लगती है। फिर बाल पकड़कर उसकी भी पिटाई शुरू कर देती है। बच्ची गिरती है, तो उसे उठाकर पलंग पर लिटाकर पीटती है। इसके बाद भी मैनेजर का गुस्सा शांत नहीं होता है, तो वह दोनों से गालीगलौज करने लगती है।
दत्तक ग्रहण में काम करने वालों ने बताया, ये आम बात है
यहां काम करने वालों ने दबी जुबान में बताया था कि यह दृश्य दत्तक ग्रहण केंद्र में आम है। बच्चे डरे-सहमे रहते हैं। किसी कर्मचारी ने विरोध किया, ताे उसे बिना किसी कारण काम से हटा दिया गया है। निकाले गए सभी कर्मचारियों की सूची बनाकर जांच की जाए तो दत्तक ग्रहण के अंदर चल रही यातना का पूरा सच सामने आ जाएगा।