छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले में कौशल परीक्षा और इसके परिणाम को लेकर मामला काफी उलझ गया है। बड़ी संख्या में लिपिक कर्मचारी इस परीक्षा में शामिल हुए थे जिन्हें एक निश्चित डिप्रेशन के साथ कंप्यूटर पर कौशल दिखाना था। चयन होने पर उन्हें अतिरिक्त ₹500 की प्रोत्साहन राशि की पात्रता मिलती। शिक्षा विभाग के द्वारा जो परिणाम सूची जारी की गई है उसे लेकर कई प्रकार के सवाल उठ खड़े हुए हैं। विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में लिपिक का काम करने वाले कई कर्मचारियों ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई है और प्रमाण के साथ बताया है कि जिन कर्मियों को टाइपिंग करना ही नहीं आता है वे परीक्षा में किस आधार पर पास कर दिए गए। जबकि कार्य कुशल कर्मी इस परीक्षा में अपात्र बताए गए हैं। आरोप लगाया गया है कि इस तरह के मामलों में हजारों की रकम ली गई है और परिणाम को प्रभावित कर दिया गया है। कलेक्टर से भी मामले की शिकायत की गई है। दूसरी और जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपने के साथ मांग की गई है कि पूरे प्रकरण की जांच करने के साथ खंड प्रभारी को हटाने की कार्रवाई की जाए।
कौशल परीक्षा परिणाम रद्द करने के साथ हटाएं खंड प्रभारी को, लेनदेन के आरोप, कर्मचारियों ने खोला मोर्चा
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