हिन्दू पंचांग के अनुसार हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को कालाष्टमी मनाई जाती है। कालाष्टमी के दिन व्रत रखा जाता है और काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव की पूजा की जाती है। काल भैरव भगवान शिव के पांचवे अवतार माने जाते हैं। धार्मिक मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन व्रत और विधि-विधान से पूजा करने से जीवन से दुख, दरिद्रता और परेशानी दूर हो जाती है। कार्तिक मास की कालाष्टमी का व्रत 17 अक्टूबर 2022 यानी आज रखा जाएगा। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक काल भैरव की पूजा करने से भय खत्म हो जाता है। शिव पुराण के अनुसार, काल भैरव भगवान शिव के ही अंश हैं। काल भैरव की उत्पत्ति का मूल भगवान शिव को ही माना जाता है। मान्यता है कि कालाष्टमी पर काल भैरव की पूजा करने से भगवान शिव की कृपा भी प्राप्त होती है। आइए जानते हैं कार्तिक कृष्ण पक्ष की कालाष्टमी का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र।
आज है कार्तिक मास का कालाष्टमी व्रत, जानें पूजा मुहूर्त, मंत्र और विधि
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