शिक्षक साधारण नहीं होते प्रलय और निर्माण उसकी गोद में खेला करते हैं उक्त कथन को सार्थक करता अपने ही बीच का शिक्षक सीएसी,एक अच्छे मित्र,और बेहतरीन कुश्ती वाले बाबू जिसके सैकड़ो चेले,यहां बताना लाजिमी होगा की पूरा परिवार कुश्ती को ईष्ट बनाने वाला शख्सियत कोई और नहीं बल्कि जाना पहचाना नाम है पूनम अहीर। लगातार 4 वर्षों के प्रयासरत अभी वर्तमान में असंभव को संभव करने के बाद दिल्ली के खेल मैदान में अपना जलवा दिखाने आतुर है पूनम अहीर।
बचपन कुश्तियों में बीता,शरीर सौष्ठव करने के साथ ही बेस्ट सीएसी व शिक्षक भी है।मृदु भाषी, मिलनसार,समर्पण जिनकी फितरत है।
*माननीय विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री श्यामानंद साहू जी के मार्गदर्शन, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री मनीराम मरकाम एवं बीआरसी श्री रामगोपाल जायसवाल के सानिध्य में प्रादेशिक एवं राष्ट्र स्तर पर कुश्ती में भाग लेने वाले पूनम अहीर को खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायपुर के सौजन्य से अखिल भारतीय सिविल सर्विसेज कुश्ती खेल के लिए 77 किलो भार वर्ग में में प्रथम स्थान का तमगा प्राप्त हुआ है।इसमें फतह हासिल करने के बाद उन्हे राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में 16 से 22 अक्टूबर तक अपने हौसलों को पंख देने का अवसर प्राप्त हुआ है जो कि हमारे विकासखंड पाली के लिए गौरव की बात है यहां एक बात बताना जरूरी है की कोरबा जिले से अकेले श्री पूनम अहीर दिल्ली के महा स्टेडियम में सीना तन के पाली का नाम रोशन करेंगे।पाली विकास खण्ड तथा शिक्षा विभाग व सुनील जायसवाल अरविंद पैगोर सुनील तिवारी तरुण डिक्सेना राजकुमार निर्मलकर विनय चंद्राकर ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की
।*
शरीर के दौड़ते लहू में वो कशिश नहीं…
जो आंखों से टपकते खून में है…
सपनों को सच करने में वो कशिश नहीं ..
जो सपनों को सच करने के जुनून में है…..
बधाइयाँ अशेष
Must Read
More Articles Like This
- Advertisement -