*कोरबा/कटघोरा:-* मंगलवार को कलेक्टर जनचौपाल में शिकायती आवेदन के तहत पाली ब्लाक के एक ग्रामीण द्वारा आरोप लगाया गया है कि कटघोरा भू-अर्जन शाखा में पदस्थ लिपिक द्वारा सांठगांठ व जालसाजी कर दूसरे के खाते में उनके पिता की मुआवजा राशि जमा करा दी। इसके बाद यह राशि दूसरे खाते में ट्रांसफर कराया गया है। मामले में जांच कर उचित कार्रवाई और मुआवजा राशि वापस दिलाने की मांग हुई है।
पाली विकासखण्ड अंतर्गत आने वाले ग्राम धौराभांठा निवासी विनोद कुमार जगत द्वारा बीते 13 सितंबर को कलेक्टर जनदर्शन में दिए गए अपने शिकायत संबंधी आवेदन में उल्लेख किया है कि उसके पिता तुलसिंह के शामिलात भूमि खसरा नंबर 16 रकबा 0.284 हेक्टेयर भूमि पर मकान बाड़ी बनाकर 10 वर्षों से रह रहे हैं। इसका खाता विभाजन हुआ है जिसकी संपूर्ण भूमि राष्ट्रीय राजमार्ग में अर्जित हो गई है। खाता विभाजन के बाद खसरा नंबर 16/1 जिसमें मकान बाड़ी है जिसका मुआवजा 18 लाख रुपए दूसरे के खाते में कटघोरा भू- अर्जन शाखा के लिपिक की मिलीभगत से जमा करा दी गई, जबकि उक्त खसरा नंबर का मुआवजा राशि नियमतः उसके पिता को मिलना था। शिकायत पत्र में मामले की जांच कर उचित कार्यवाही एवं पक्का मकान की मुआवजा राशि उसके पिता को दिलाए जाने शिकायतकर्ता ने मांग की है जिसके नाम पर उक्त खसरा नंबर की भूमि है।