Acn18.com/सर्पदंश से पीड़ित एक महिला की जान सांसत में फंसी हुई है। घटना के बाद महिला को तत्काल अस्पताल में उपचार देने के बजाए झाड़फूंक का सहारा लिया गया जिससे उसकी जान खतरे में पड़ गई है। हालांकि महिला को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया जहां उसकी जान अटकी हुई है। इधर घटना के 18 घंटे बाद महिला को डसने वाले सांप का रेस्क्यु किया गया।
कोरबा के बांकीमोंगरा क्षेत्र के दो नंबर बस्ती में रहने वाली महिला सर्पदंश का शिकार हो गई। 38 वर्षीय सुशीला बाई महंत अपने घर में जमीन पर सो रही थी। इसी दौरान एक जहरीले सांप ने उसे काट लिया। सर्पदंश का शिकार हुई महिला की आंखे खुली तब उसने देखा,कि सांप उसकी बेटी के पास मौजूद है जिसे महिला ने आवाज लगाकर उसे बचा लिया। सर्पदंश के बाद मौके पर कोहराम मच गया। महिला को तत्काल अस्पताल ने जाने के बजाए परिजन जड़ी-बुटी पिलाकर उसकी जान बचाने की कोशिशों में जुट गए लेकिन उसकी सेहत बिगड़ती चली गई। अंत में उसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया जहां उसकी जान सांसत में फंसी हुई है। इधर महिला को अपना शिकार बनाने के बाद सांप घर में मौजूद धान की कोठी के बिल में घुस गया। घर में सांप की मौजूदगी से पूरा परिवार डरा सहमा था। सांप के रेस्क्यु के लिए लोगों ने सर्पमित्रों को फोन किया। मौके पर पहुंचे सर्पमित्रों ने बिल में पानी डालकर पहले सांप को बाहर निकाला फिर उसका रेस्क्यु किया तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।
सर्पदंश का शिकार हुई महिला की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। सुबह करीब पांच बजे सांप ने उसे अपना शिकार बनाया लेकिन उसे अस्पताल ले जाने के बजाए परिजन जड़ी-बुटी के सहारे उसका उपचार करते रहे,यही वजह है,कि महिला जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। बहरहाल महिला का उपचार जारी है देखनी वाली बात होगी,कि उसकी सेहत में कब तक सुधार आ पाता है।