अब जब कोरबा के जिला अस्पताल में मेडिकल काॅलेज की सरकारी स्वीकृति मिल गई है,तो प्रबंधन सारी व्यवस्था बनाने में जुट गया है। भवन के बाहर जिस तरह से अवैध कब्जा हुआ है और जिस तरह से नशीली दवाईयों बिक रही है उस पर लगाम लगाने के लिए प्रबंधन ने कलेक्टर और एसपी का सहारा लेने कर बात कही है।
कोरबा के जिला अस्पातल को मेडिकल काॅलेज की स्वीकृति मिलने के साथ ही चारों तरफ खुशी का महौल देखा जा रहा है। इस सौगात से कोरबा वासियों में उत्साह का माहौल देखा जा रहा है। स्वीकृति मिलने के बाद प्रबंधन ने व्यवस्था बनाने की तैयारियों में भी जुट गया है। मेडिकल काॅलेज के बाहर जिस तरह से अतिक्रमण हुआ है और दुकानों पर चोरी छिपे नशीली दवाओं की बिक्री की जा रही है उस पर रोक लगाने के लिए अस्पताल के अधीक्षक ने कहा है,कि इस संबंध में उनके द्वारा कलेक्टर और एसपी से बात की जाएगी ताकी व्यवस्था बन सके।
कोरबा का मेडिकल काॅलेज जब अस्तीत्व में आ जाएगा तो यहां रहने वाले लोगों को काफी लाभ मिलेगा। गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए उन्हें दूसरे ईलाकों का रुख नहीं करना पड़ेगा वहीं इसके खुलने से लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से काफी लाभ भी मिलेंगे।