जेपी सर्जिकल हॉस्पिटल कोरबा में कल एक भाजपा नेता और अस्पताल स्टाफ के साथ शुरू हुई बहस मारपीट में तब्दील हो गई। अस्पताल प्रबंधन जहां अनावश्यक मारपीट का आरोप लगा रहा है वहीं भाजपा नेता ने कहा है की एक मरीज के साथ हो रहे अन्याय का विरोध करने पर विवाद की स्थिति निर्मित हुई। अस्पताल प्रबंधन गंभीर बीमार के परिजनों को ब्लैकमेल कर रहा था.
जेपी सर्जिकल हॉस्पिटल में कल एक मरीज को लेकर विवाद हो गया । भाजपा नेता मनीष मिश्रा ने बताया कि कुसमुंडा निवासी ओम प्रकाश यादव की बहू को अस्पताल में भर्ती कराया गया पहले कुछ राशि जमा कर ली गई और फिर कहा गया कि इसका ऑपरेशन करना होगा। ₹30000 जमा करने का निर्देश अस्पताल प्रबंधन द्वारा दिया गया। परिजनों ने मनीष मिश्रा से संपर्क किया। मनीष ने आर्थिक मदद कराई। अस्पताल प्रबंधन ने इसके बाद भी यह कहकर ऑपरेशन करने से इनकार कर दिया की स्थिति गंभीर है आप लोग सामने खड़े रहेंगे तब ऑपरेशन किया जाएगा। मरीज के परिजनों ने फिर से मनीष से संपर्क किया। मनीष अस्पताल पहुंचे और उन्होंने संबंधित चिकित्सक से चर्चा करने के बाद आग्रह किया कि मरीज को बाहर ले जाना है गरीब आदमी है आप उनके पैसे वापस कर दो। तीन घंटा तक इंतजार करने के बाद प्रबंधन द्वारा कहा गया है कि आपको 4500 रुपए और देना है. इसी बात को लेकर मनीष और प्रबंधन देख रहे युगल चंद्रा से विवाद हो गया दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर प्रहार किया.
मनीष ने बताया की उन्होंने 112 को कॉल किया पुलिस आई तब जाकर अस्पताल प्रबंधन द्वारा मरीज के परिजनों को ₹20000 वापस किया गया. इसके बाद गंभीर अवस्था में महिला मरीज को रायपुर ले जाया जा रहा था लेकिन स्थिति बिगड़ जाने के कारण उसे बिलासपुर में भर्ती कराया गया है। पता चला है कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा भाजपा नेता के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दिया गया है