acn18.com बाल्को/बाल्को नगर के राम मंदिर के पास सहकारी समिति का भवन बनाए जाने का मामला विवादित हो गया है। इस स्थान पर छठ घाट मौजूद है और इसलिए दूसरे निर्माण कार्य को लेकर विरोध किया जा रहा है। मामले की भनक लगने पर प्रशासन ने कामकाज रुकवा दिया है।
बेलगरी नाला मैं 12 महीने पानी मौजूद रहता है और इसका निस्तारण नवीन कार्यों के लिए लोग करते हैं विगत कई वर्षों से यहां पर पूर्वांचल समाज के द्वारा छठ पूजा की जाती रही है और नगर निगम के द्वारा यह छठ घाट का निर्माण भी कराया गया। इन सबके बीच बेलकछर के कुछ लोगों के द्वारा पीडीइस दुकान के लिए इस स्थान पर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इसकी खबर लगने पर बालकों के सुरक्षाकर्मी और अन्य लोग यहां पहुंचे तथा इस तरह की गतिविधियों को लेकर एतराज जताया। विवाद की स्थिति का पता चलने पर प्रशासन की ओर से उन लोगों को नोटिस दिया गया है जो सोसाइटी भवन बनाने की बात कर रहे हैं। इसी के साथ यहां का कामकाज रुकवा दिया गया है। जनपद पंचायत सदस्य बलराम साहू का तर्क है कि गांव के लोगों की सहमति से यह काम हो रहा है और इसका खर्च महिला समूह वहन कर रहा है।
पूर्वांचल विकास समिति की बालको नगर इकाई के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि वर्षों से इस स्थान की पहचान छठ घाट के नाम से है और अब यहां अनावश्यक निर्माण करने के साथ विवाद की स्थिति निर्मित की जा रही है।पूर्वांचल विकास समिति के सचिव नागेंद्र राय का सवाल यह है कि अगर संबंधित जमीन पंचायत की होती तो किस आधार पर नगर निगम के पूर्व महापौर जोगेश लांबा ने अपने कार्यकाल में यहां छठ घाट बनवाया। स्पष्ट होता है कि जमीन नगर निगम क्षेत्र में स्थित है।
नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने इस बात की जरूरत जताई है कि सहकारी समिति के लिए भवन की उपयोगिता और जमीन की वैधानिक स्थिति ज्ञात करने के बाद निर्माण कराया जाना चाहिए। जिस विभाग से जुड़ा यह काम है उसे ध्यान देने की आवश्यकता है।
कहां जा रहा है की वर्तमान में जहां सहकारी समिति के लिए भवन तैयार किया जा रहा है उससे नाला का अविरल प्रवाह क्षेत्र बाधित हो सकता है। इन कारणों से भविष्य में कई प्रकार की मुश्किलें सामने आ सकती हैं। देखना होगा कि इस मसले को लेकर प्रशासन का रुक क्या होता है