acn18.com कोरबा/कोयला खदान के बाद अब चोरों ने बिजली कंपनी को चपत लगानी शुरू कर दी है। दर्री क्षेत्र में पुलिस ने इस कड़ी में कार्रवाई करते हुए दो चोरों को गिरफ्तार किया है। सीएसईबी को कोयला आपूर्ति करने वाली कन्वेयर बेल्ट लाइन से चोरों ने रोलर पार किए थे। चोरों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करने के साथ अगली कार्रवाई की जा रही है।
विशंभर सारथी और उसके एक सहयोगी को चोरी के इस मामले में पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया है। चोरों के पास से सीएसईबी के कामकाज में उपयोग आने वाले रोलर प्राप्त हुए हैं। इन सामानों की चोरी आरोपियों के द्वारा कन्वेयर बेल्ट लाइन से की गई थी और व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास किया गया था। सूचना प्राप्त होने पर पुलिस ने आरोपियों को अलग-अलग स्थान से गिरफ्तार किया। चोरों ने अपना अपराध स्वीकार किया है।
कोरबा पश्चिम क्षेत्र में बिजली उत्पादन के लिए छत्तीसगढ़ इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड की जनरेशन कंपनी ने 840 और 500 मेगा वाट क्षमता वाले दो पावर प्लांट स्थापित कर रखे हैं। इनमें से एक प्रांत मध्य प्रदेश उसके समय तैयार हुआ था और दूसरा छत्तीसगढ़ गठन के बाद। इन परियोजनाओं को कोयला की आपूर्ति करने के लिए विद्युत कंपनी ने साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के साथ करार किया है। एसईसीएल की कुसमुंडा माइंस से कोयला की व्यवस्था करने के लिए पावर प्लांट तक कन्वेयर बेल्ट लाइन बिछाई गई है। इसके बेहतर संचालन के लिए रोलर अपनी खास भूमिका निभाते हैं जो आए दिन चोरों के निशाने पर बने हुए हैं। सवाल इस बात का है कि बिजली कंपनी सुरक्षा के नाम पर जिन एजेंसियों को हर महीने अच्छा खासा वेतन भुगतान कर रही है उसके लोग क्या काम कर रहे हैं