ACN18.COM कोरबा/ मास्टर की डांट फटकार का विद्यार्थियों के जीवन पर गहरा असर होता है। बेहतर शिक्षा ग्रहण कर कुछ बच्चे कामयाबी की राह पर चल पड़ते हैं तो कुछ फटकार से बचने के लिए शिक्षा से दूर चले जाते हैं। राजस्थान के रोशन की भी कुछ ऐसी ही कहानी है। उसे स्कूल जाना पसंद था। मगर मास्टर की डांट और पिटाई से बहुत डरता था। सवाल का सही जवाब नहीं देने पर मास्टर ने पूरी क्लास के सामने ही रोशन को जमकर फटकार लगाई। पिटाई के डर से वह स्कूल से भाग गया। इसके बाद कभी उसने स्कूल का मुख नहीं देखा और अब खानाबदोश जीवन जी रहा है।
बुधवारी बाजार के समीप फुटपाथ पर टैंटू की दुकान लगाए बैठे इस लडके का नाम रोशन है। माता पिता ने बडे अरमान और विश्वास के साथ इसका नामकरण किया होगा। मगर सब उल्टा हो गया। अपने माता पिता का नाम रोशन करने के बजाए रोशन अब खानाबदोश जीवन जी रहा है। अपने दोस्तों से टैटू लगाने की टे्रनिंग लेकर देश के विभिन्न प्रांतो में घूमघूमकर पेट पाल रहा है।
दरअसल रोशन को पढ़ना अच्छा लगता था। पढ़ाई कर ये लड़का भी अधिकारी बनना चाहता था। मगर स्कूल में पदस्थ एक मास्टर ने इसकी जिंदगी बदल दी। रोशन के मुताबिक पांचवी कक्षा में गणित के एक शिक्षक थे। उनके द्वारा छोटी छोटी बातों के लिए विद्यार्थियों की पिटाई कर दी जाती थी। एक दिन कक्षा में किसी सवाल का जवाब नहीं देने पर रोशन को मास्टर जी के गुस्से का सामना करना पड़ गया। उसी दिन से रोशन ने स्कूल जाना छोड़ दिया। अब ये लड़का अपने परिजनों के साथ विभिन्न प्रांतो में घूमघूमकर इसी तरह फूटपाथ पर बैठकर बिजनेस करता है।
हो सकता है मास्टर जी ने रोशन को सही रास्ता दिखाने के लिए सख्ती बरती हो, जो इसे पसंद नहीं आया। मगर आज जब रोशन फूटपाथ पर है तब इसे पढाई की अहमियत समझ में आ रही है। पढ़ाई तो नहीं कर पाया लेकिन रोशन अब इसी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहता है।
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