Acn18.com/नगर निगम के वार्ड नंबर 36 और 37 मध्य मौजूद तालाब दोनों ही वार्डों के पार्षदों के मध्य विवाद के चलते बदहाल हो गया है। तालाब में मौजूद गंदे पानी को निकालने पूर्व में मेड़ को तोड़ दिया था जिससे एक किसान की फसल पूरी तरह से बबार्द हो गई। अब बरसात के पानी को रोकने तालाब के मेड़ को बांधने की मांग की जा रही है लेकिन पार्षदों में विवाद के कारण लोगों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
बालको के भदरापारा का यह तालाब दो पार्षदों के मध्य विवाद के कारण अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। वार्ड नंबर 36 और 37 के मध्य तालाब मौजूद है जिसकी हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही है लेकिन इसकी दशा को सुधारने किसी तरह का प्रयास नहीं किया जा रहा है। तलाब का पानी गंदा होने के कारण लोगों की सहमति से मेड़ को तोड़कर पानी को बहा दिया गया। अब जब बरसात आ गया है,तो फिर से तालाब के मेड़ को बांधने की मांग की जा रही है लेकिन पार्षदों की उदासीनता से यह काम नहीं हो पा रहा जिससे लोगों को निस्तारी के लिए काफी परेशान होना पड़ रहा है।
दूसरी ओर तालाब के मेड़ तोड़ने के दौरान एक किसान के खेत में गंदे पानी का प्रवाह हो गया था जिससे उसकी फसल पूरी तरह से खराब हो गई थी। नुकसान का मुआवजा नहीं मिलने से किसान अब भी काफी परेशान है और लोगों पर तरह तरह के आरोप लगा रहा है।
इस संबंध में हमने वार्ड नंबर 36 के पार्षद से बात की तब उन्होंने कहा,कि तालाब की स्थिती को सुधारने नगर निगम को पत्र लिखा गया है। जल्द ही तालाब की बदहाली को दूर करने का प्रयास शुरु हो जाएगा।
क्षेत्र का एकमात्र तालाब होने के कारण लोगों को निस्तारी के लिए काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही है। लिहाजा प्रशासन को चाहिए,कि तालाब को जल्द से संवारने की दिशा में कदम उठाए ताकी आम जनता को दिक्कतों का सामना ना करना पड़ेगा।