Acn18.com/नगरीय निकाय चुनाव को संपन्न होने में अब कुछ ही समय शेष बचा है लिहाजा निगम की शेष बची हुई सारी गतिविधीयों को संपन्न कराया जा रहा है। साल भर बाद सोमवार को नगर निगम के वर्तमान कार्यकाल का अंतिम सामान्य सभा की बैठक आहुत की गई। पंडित जवाहर लाल नेहरु सभागार में आयोजित इस बैठक में पक्ष और विपक्ष के सभी पार्षद शामिल हुए। सामान्य सभा की बैठक में चर्चा के लिए कुल 16 एजेंडे रखे गए थे। जिनमें पेंशन के मामले,शहर विकास से जुड़े मामले,पार्षदों के निधन पर दो लाख का बीमा के साथ ही जाति प्रमाण पत्र निर्माण के सरलीकरण के मुद्दों को शामिल किया गया था। सभापति श्यामसुंदर सोनी ने विस्तार से एजेंडो के संबंध में अपनी बात रखी।
सामान्य सभा की बैठक में एक एक कर सभी एजेंडो पर विस्तार से चर्चा हुई। पक्ष और विपक्षी के बहस के बीच 16 में से 15 एजेंडे तो पास करा लिया गया,लेकिन एक एजेंडे को पास कराने को लेकर पेंच फंस गया,वो था भू-भाटक बढ़ाए जाने का एजेंडा। एमआईसी की बैठक में इस प्रस्ताव को तो पास करा लिया गया,लेकिन सामान्य सभा की बैठक में यह एजेंडा लटक गया। विपक्षा के भारी विरोध के कारण इसे पास नहीं कराया जा सका। इस संबंध में महापौर राजकिशोर प्रसाद ने बताया,कि अगर यह एजेंडा पास हो जाता तो निगम क्षेत्र में प्लॉट और जमीन रखने वालों को काफी राहत मिलती। उनकी जमीन फ्री होल्ड हो जाती जिसके बाद वे अपने संपत्ति के मालिक बन जाते।
भू-भाटक के प्रस्ताव को पास न होने देने के पीछे विपक्ष के नेता हितानंद अग्रवाल ने बताया,कि भू-भाटक बढ़ जाने से आम जनता के उपर बोझ बड़ जाता। आम जनता वैसे भी अभी प्रति सौ स्क्वेयर फिट के हिसाब से 25 सौ रुपए भू-भाटक पटाती है। ऐसे में दस गुना भू-भाटक बढ़ता तो उन्हें काफी समस्या होता। इन पांच सालों में निगम ने विकास के काम तो किए नहीं उल्टा भू-भाटक बढ़ाकर आम जनता को परेशान करना चाह रही है।