Acn18.com/दोपहर 12 बजे जैसे ही घड़ी की सुइयां एक स्थान पर आकर ठहरीं, मंदिरों में पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ भगवान श्री राम के नाम का जय घेाष हुआ। राम जन्मोत्सव की खुशी मंदिरों में खास ढंग से मनाई गई। इस दौरान लोगो को काफी आनन्दित देखा गया।चैत्र नवमी की सुबह भगवान का अभिषेक पूजन किया गया और फिर मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए।कोरबा के बुधवारी मार्ग स्थित राम जानकी मंदिर परिसर में भगवान राम का गुणगान जारी रहा। भजन कीर्तन मंडलियों के साथ भक्तों ने यहां रामचरितमानस का पाठ करते हुए भगवान की महिमा का स्मरण किया। मध्यान्ह 12 बजे भगवान के जन्म की खुशियां बिखरी। पूरा वातावरण राममय हो उठा। मंदिरों में- भए प्रगट कृपाला दीन दयाला- स्तुति की गई।
राम जानकी मंदिर परिसर में नवरात्र की नवमी पर जहां कन्याओं को भोज कराया गया वहीं आम लोगों के लिए भंडारा की व्यवस्था भी की गई। बड़ी संख्या में भक्त यहां पहुंचे थे जिन्होंने भक्ति भाव के साथ प्रसाद ग्रहण किया।
तुलसी नगर मार्ग स्थित राम दरबार में भी रामनवमी पर्व उल्लास पूर्वक बनाया गया मध्यान में भगवान के जन्मोत्सव के बाद आरती की गई और भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। कोरबा नगर के विभिन्न क्षेत्रों में रामनवमी पर विभिन्न कार्यक्रम सामाजिक संगठनों की ओर से किए गए दिन में काफी उपस्थिति रही ।