मौसम के बदलाव से जहां इन्सान परेशान हैं वहीं मानो वन्य जीव जन्तु भी परेशान हैं, रुक रुक कर बारिश लोगों का परेशानी बना हुआ हैं वहीं किसान की उम्मीद अच्छे फ़सल के लिए उम्मीद थोड़ा बढ़ी हैं, वहीं दुसरी तरफ पालतू जीव प्रेमियों की परेशानी ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रहीं ऐसा ही मामला सामने आया हैं कोरबा जिले के बालकों क्षेत्र में रह रहे सतीश पटेल जो की जीव प्रेमी हैं उनके घर में हजारों की संख्या में अनेकों पक्षी और जीव पाले हुए हैं जिसमे बतख, मुर्गी , तीतर, कबूतर, खरगोश हैं, सुबह के समय जब घर वालों ने केज में रखें सभी को दाना देने के लिए पहुंचे तो उनके होश उड़ गए, देखा देशी मुर्गी के केज में एक 7 फीट लम्बा अजगर घूस कर 2 मुर्गियों को जकड़ कर रखा हुआ था हाला की उसने दम घोट कर मार तो दिया था पर निगला नही था जिसके बाद घर वालों की हिम्मत नही हुई पास जानें की और बिना समय गंवाए स्नेक रेस्क्यू टीम प्रमुख जितेन्द्र सारथी को इसकी जानकारी दी जिसके फौरन बाद जितेन्द्र सारथी ने अपने टीम के सदस्य नागेश सोनी को रवाना किया थोड़ी देर पश्चात् रेस्क्यू टीम के सदस्य मौके स्थल पर पहुंचे और कुंडली मारे अजगर को निकालने का बहुत प्रयास किया पर वो बहार आने का नाम ही नहीं ले रहा था और गुस्से से आवाज़ निकालते हुए हमला करने लगा फिर घर वालो की मदद से आखिरकार अजगर को बाहर निकाल लेने में सफ़ल हुए तब जाकर सभी ने राहत भरी सास ली और साथ ही स्नेक रेस्क्यू टीम प्रमुख जितेन्द्र सारथी और उनके टीम सदस्य नागेश सोनी जी का धन्यवाद ज्ञापित किया साथ ही घर वालों ने जरुरत पड़ने पर अपने तरफ़ से हर सम्भव मदद करने की बात कहीं, निश्चित ही स्नेक रेस्क्यू टीम जिस तरह शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कई किलोमीटर दूर जाकार जिस तरफ सांपो के साथ हजारों लोगों की जान बचाते हैं इसके लिए टीम की जितनी प्रसंशा की जाए उतनी कम हैं, रेस्क्यू टीम के कार्य का कोई मोल नहीं।
*जितेन्द्र सारथी ने सभी जीव प्रेमियों से विशेष निवेदन करते हुए कहा हैं अजगर कोई भी साप आप के पालतू जीव को शिकार बना लिया हैं तो उसको आवेश में आकर मारे नहीं क्यू की वो भी एक जीव हैं शिकार के तलाश में आप के घरों में पहोंच जाते हैं, साथ ही अगर वो निगल लिया हो तो उसको छेड़ खानी न करें वरना वो डर से अपने शिकार को निगल उगल देते हैं, जिसके बाद मरा जीव कोई काम का नहीं रहता हैं।*