Acn18.com/उत्तराखंड की चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हो चुकी है। यात्रा के चौथे धाम बद्रीनाथ के कपाट खुल गए हैं। बद्रीनाथ धाम को 15 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है। सुबह से ही बद्रीनाथ धाम के बाहर बर्फबारी हो रही है। इसके बाद भी सैकड़ों श्रद्धालु धाम के बाहर जुटे रहे।
इस दौरान आर्मी बैंड धुनें बजाता रहा और लोगों ने जय बद्री विशाल के नारे लगाए। इसके पहले आदिगुरु शंकराचार्य की गद्दी नृसिंह मंदिर से पांडुकेश्वर को रवाना हुई थी।
उत्तराखंड की चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हो चुकी है। यात्रा के चौथे धाम बद्रीनाथ के कपाट खुल गए हैं। बद्रीनाथ धाम को 15 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है। सुबह से ही बद्रीनाथ धाम के बाहर बर्फबारी हो रही है। इसके बाद भी सैकड़ों श्रद्धालु धाम के बाहर जुटे रहे।
इस दौरान आर्मी बैंड धुनें बजाता रहा और लोगों ने जय बद्री विशाल के नारे लगाए। इसके पहले आदिगुरु शंकराचार्य की गद्दी नृसिंह मंदिर से पांडुकेश्वर को रवाना हुई थी।
उत्तराखंड सरकार ने केदारनाथ के पैदल रास्ते में भारी बर्फबारी और मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए केदारनाथ धाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का रजिस्ट्रेशन 30 अप्रैल तक रोक दिया है। भारतीय मौसम विभाग ने केदारनाथ धाम मार्ग और धाम में भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है। केदारघाटी में अगले एक हफ्ते तक मौसम खराब रहने का अनुमान है।
एवलांच (हिमस्खलन) की चेतावनी को देखते हुए जिला प्रशासन जरूरी कार्रवाई कर रहा है। केदारनाथ धाम में रविवार को रुक-रुककर बारिश और बर्फबारी हुई। राज्य सरकार ने तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। यात्रियों से कहा गया है कि वे धाम जाने से पहले अपने साथ गर्म कपड़े और जरूरी सामान रखें।
कुछ दिनों पहले बद्रीनाथ धाम के मुख्य पुजारी के प्रतिनिधियों ने डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी से मुलाकात की थी। उन्हें बताया था कि कैसे उत्तराखंड सरकार कई पीढ़ियों और सदियों से उनके कब्जे वाले नारायणपुर में उनको अपने घरों से बेदखल करने की धमकी दे रही है।