Acn18.com/कोरबा जिले के विभिन्न क्षेत्र से पिछले वर्षों मैं प्राप्त हुई पुरातात्विक महत्व की संपदा को संरक्षित करने के लिए एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया है लेकिन जरूरी संरक्षण के अभाव में खुद दुर्दशा का शिकार होकर रह गया है। स्थिति इस प्रकार की होगी हर तरफ दीमक का कब्जा हो गया है जिससे यहां पर रखे गए सामान के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो रहा है। बार-बार जानकारी देने के बाद भी जिला प्रशासन इस मामले में चुप है।
कोरबा के ओपन थिएटर मैदान के पास नगर निगम के द्वारा बनाए गए भवन में जिला पुरातत्व संग्रहालय का संचालन वर्ष 2013 से किया जा रहा है। कोरबा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से प्राप्त पुरातात्विक महत्व की चीज यहां पर रखी गई है। इसका अध्ययन करने से लोगों को कई प्रकार की जानकारी मिल रही है। लेकिन समस्या यह है कि पर्याप्त रखरखाव और संरक्षण की कमी के कारण पुरातत्व संग्रहालय भवन की दुर्दशा हो रही है। संग्रहालय के केयरटेकर हरि सिंह ने मीडिया से हुई बातचीत में विस्तार से इस बारे में जानकारी दी।
बताया जा रहा है की अनेक अवसरों पर जिला पुरातत्व संग्रहालय से संबंधित समस्याओं के बारे में प्रशासन के अधिकारियों को जानकारी दी गई है लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। अगर यही हाल लंबे समय तक रहा तो फिर अधिकारियों को तलाशना होगा कि संग्रहालय कहां पर था और यहां पर रखी हुई चीजों का क्या हुआ।