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कहानी 36 घंटे की दुल्हन की; जिसकी ऑनर किलिंग हुई:पिता-भाई ने गला दबाया, फिर तेजाब डालकर फेंका; बहन बोली- जब मारना ही था तो शादी क्यों की

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Acn18.com/20 साल की दुल्हन, जिसकी शादी की खुशियां चंद घंटों में ही चीखों में बदल गईं। विदाई के बाद ससुराल में सिर्फ 36 घंटे ही नसीब हुए। जिस घर से पिता और भाइयों ने विदा किया था, उस घर की दहलीज तक नसीब नहीं हुई। 20 साल की दुल्हन मुन्नी पर जुल्म ढहाने वाले कोई गैर नहीं, बल्कि अपने ही परिवार के थे। इसमें पिता, भाई और जीजा शामिल थे। 6 दिन तक अस्पताल में मौत से जूझने वाली मुन्नी की रविवार रात मौत हो गई।

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फिलहाल पुलिस ने पिता और उसके जीजा को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि भाई फरार है। दुल्हन की मौत के बारे घरवालों और अगल-बगल के लोगों का क्या कहना है? इसे जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम बरेली शहर से 35 किलोमीटर दूर शाही थाना क्षेत्र के दाढ़ा गांव पहुंची। यहां कुछ महिलाएं दिखी। उनसे तोताराम का घर पूछा। महिलाएं चुप्पी साध गईं। कई बार पूछने पर कभी कहा कि वह यहां नहीं हैं, घर पर ताला है, तो कभी जवाब मिला कि सभी लोग बाहर गए हैं।

महिलाओं और आस-पास के लोग पूछते रहे कि क्या मीडिया से हो, रिपोर्टर ने हां में जवाब दिया। यह सुनकर आसपास की महिलाएं भी रास्ते में एकत्र हो गईं। लेकिन तोताराम का घर बताने में सभी चुप्पी साध गए। पड़ोस के एक घर में 50 साल के व्यक्ति से करीब 50 मिनट तक बात हुईं। इसके बाद कहा, जो भी हुआ बुरा हुआ। तोताराम और दामाद जेल चला गया। पुलिस बेटे के लिए दबिश दे रही है। लड़की की मां बीमार है, जो अस्पताल में भर्ती है। हाथ हिलाकर इशारे में कहा कि इस गली में जिस गेट पर चारपाई पड़ी है, वही तोताराम का घर है।

2 कमरों का छोटा सा घर, बहन रोती मिली
गांव के बीच गली में छोटा सा घर मिला। गेट पर 15 साल की लड़की चुनरी मुंह पर ढके रोती हुई मिली। पूछा कि तोताराम का घर यही है, जवाब मिला हां। खैर इस लड़की ने बताया कि तोताराम मेरे सगे चाचा है, मेरे पापा भी 5 दिन से बाहर हैं। मम्मी और चाची बीमार हैं। वह बाहर अस्पताल गई हैं। भाई है.. वह भी घर नहीं आ रहे। घर में अंदर के एक कमरे में 70 साल के बुजुर्ग कराहते मिले, इस लड़की ने बताया कि यह दादा हैं। इनकी दिमागी हालत ठीक नहीं है।

मुन्नी की शादी के बारे में पूछा, तो रो पड़ी बहन
15 साल की राखी ने बताया कि मुन्नी चाचा की बेटी थी। इसी 22 अप्रैल को पास में एक मंडप में शादी की। इसके बाद वह ससुराल के लिए विदा हो गई। 23 तारीख को चाचा यानी मुन्नी के पिता तोताराम, भाई और जीजा दिनेश दीदी को लेने चले गए। 24 तारीख की शाम को वह सभी आए और चुप रहे और कहा कि हम मिल आए।

मेरी फोटो मत खींचना, नहीं तो पता नहीं क्या हो जाएगा
25 तारीख को दीदी जंगल में बेहोश मिलीं। फिर पुलिस आई और पता चला कि कुछ गलत हो गया है। अगले दिन अखबार से पता चला कि पिता, भाई और बहनोई ने गला दबाया। तेजाब फेंका और मरी समझकर फेंक दिया। रिपोर्टर ने जेब से मोबाइल निकाला तो चचेरी बहन ने रोते हुए कहा कि मेरी फोटो मत खींचना, नहीं तो पता नहीं क्या हो जाएगा? हमारे घर की वीडियो भी मत बनाना। हमारी दीदी गलत थी या नहीं… यह नहीं पता। लेकिन जब हत्या ही करनी थी तो शादी क्यों की?

‘ससुराल में ही छोड़ देते तो अच्छा था, अब घर ही उजड़ गया’
फिर हम, पड़ोस के मकान तक पहुंचे। यहां 45 साल की महिला से मुन्नी के बारे में पूछा। तो वह बोली- वह लड़का अजय, जिससे चक्कर चल रहा था, वह गांव के दूसरे छोर पर रहता था। हमें तो पता नहीं। लेकिन जब शादी की तो ससुराल में ही छोड़ देते। 20 साल की उम्र थी, खुद समझ लेती।

शादी करने के 2 दिन बाद ही बाप और जीजा ने गलत किया। अब जेल चले गए। घर का क्या होगा? यह भी नहीं सोचा कि मेरा बाप 70 साल की उम्र में चारपाई पर पड़ा है। खुद जेल गया, जिससे बेटी की शादी की वह घर भी उजाड़ दिया। उस लड़के और घर का क्या कसूर था, जो यह सजा दी।

मां रोते हुए कहती थीं, मुझे तो बता दिया होता
पड़ोस की रहने वाली राजे और मुन्नी की चचेरी बहन ने बताया कि मुन्नी की मां गंगा देवी को नहीं पता था कि बेटी को लेने गए हैं। रास्ते में यह उसके साथ ऐसे जुल्म करके फेंक आएंगे। जब घर पुलिस आई तो पता चला कि ऐसा कर दिया। बेटी का पता चलने पर मां की भी हालत बिगड़ गई। वो यही कहती रहीं कि मुझे तो बता दिया होता।

अब आपको शादी के एक वीडियो के बारे में भी बताते हैं, जोकि पुलिस जांच का हिस्सा है…

वरमाला डालने से मना कर रही थी मुन्नी, महिलाएं पीट रही थीं
इस घटनाक्रम में एक वीडियो सामने आया है। जोकि 22 अप्रैल की शादी के दिन का है। इसमें वरमाला के दौरान का सीन है। इसमें दुल्हन बनी मुन्नी, दूल्हे को वरमाला डालने से मना कर रही है। उसके परिवार की महिला और अन्य महिलाए उसे थप्पड़ मार रही हैं। दुल्हन शादी से खुश नहीं थी। वह अपने गांव के प्रेमी के अजय के साथ शादी करना चाहती थी।

घर और मोहल्ले के लोगों से हुई बातचीत के बाद आपको पूरी घटना के बारे में बताते हैं…

प्रेमी के साथ जाने की जिद पर पिता ने गला दबाकर मारा, तेजाब डाला

पीड़िता मुन्नी की शादी 22 अप्रैल को बरेली के भमौरा क्षेत्र में एक युवक से शादी हुई। युवती के परिवार में पिता, मां, 2 भाई, 2 बड़ी बहन भी हैं। 23 अप्रैल की शाम को दुल्हन का पिता, भाई, बहनोई ससुराल पहुंचे, यानी जिस घर में बेटी की शादी की। रात में वहीं रुके और 24 अप्रैल को पिता अपनी बेटी को अपने घर ले जाने के लिए ससुराल से निकले। साथ में अन्य रिश्तेदार भी थे। रास्ते में बेटी के मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और उसे कई थप्पड़ भी मारे।

बेटी प्रेमी के साथ रहने की जिद कर रही थी, जिसके बाद बहनोई दिनेश ने दोनों पैर पकड़े और पिता ने एक चुनरी से गला दबा लिया। मृत समझकर बेटी को फतेहगंज वेस्ट थाना क्षेत्र में सड़क किनारे जंगल मे फेंक दिया, पहचान छिपाने को तेजाब छिड़क दिया, जिससे पूरा शरीर झुलस गया।

30 अप्रैल की रात को अस्पताल में मौत
25 अप्रैल को डायल 112 नंबर पर सूचना प्राप्त हुई कि थाना फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र में एक युवती मरणासन्न हालत में हाईवे से अगरास की ओर जाने वाली सड़क से लगे जंगलों में पड़ी है। सूचना पर पुलिस द्वारा युवती को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। युवती बेहोशी की हालत में थी।

जिसके चेहरे और शरीर पर तेजाब से जलाए जाने के निशान भी मिले। मामला गंभीर था, इसलिए एसएसपी प्रभाकर चौधरी और एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने भी घटना स्थल पर जांच पड़ताल की। जिला अस्पताल में युवती को होश आया तो उसने कागज पर अपना नाम, पता लिखकर दिया। यहीं से पुलिस को युवती की पहचान हुई। 30 अप्रैल की रात को अस्पताल में दुल्हन की मौत हो गई। मौत की पुष्टि एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने की है।

पिता अरेस्टिंग के बाद बोला- मेरी समाज में बेइज्जती हो रही थी
युवती के पिता और बहनोई को 26 अप्रैल को अरेस्ट किया गया। पिता ने पुलिस को पूछताछ में कहा कि एक साल पहले मेरी बेटी गांव के अजय के साथ घर से भाग गई थी। 3 दिन बाद वह लौट आई। बेटी के अजय से प्रेम सम्बन्ध थे। उसके 15 दिन बाद फिर बेटी को अजय बहला फुसलाकर ले गया, मेरी समाज और गांव में बेइज्जती हो रही थी।

मैने बेटी की शादी तय की, लेकिन वह प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ी थी। 22 अप्रैल को बेटी की शादी की, 23 अप्रैल को वह अपने प्रेमी से मोबाइल पर बात करने लगी। जिसके बाद मैं अपने रिश्तेदारों के साथ बेटी को लेकर आया और रास्ते में हत्या कर दी। पिता बोला- बेटी को नहीं मारता तो खुद मर जाता। पहचान छिपाने के लिए तेजाब फेंका था।

SP देहात बोले- भाई की तलाश में दबिश दी जा रही
SP देहात राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि रविवार रात युवती की अस्पताल में मौत हो गई। शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। इस मामले में युवती के पिता और बहनोई जेल जा चुके हैं। भाई की तलाश में दबिश दी जा रही है। मौत होने पर अब धारा बढ़ा दी जाएगी। पहले हत्या के प्रयास की धारा में केस किया था। केस भी युवती के पिता ने कराया था, लेकिन बाद में पता चला कि पिता ने ही अन्य लोगों के साथ घटना को किया है।

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