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सोनिया का मोदी पर हमला- अल्पसंख्यक डर और असुरक्षा के भाव में जीने को मजबूर, गांधी के हत्यारों का महिमामंडन हो रहा है

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ACN18.COM जयपुर/उदयपुर/कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि मोदी और उनके सहयोगियों ने पोलराइजेशन को सरकार में स्थायी बना लिया है। लोग डर और असुरक्षा के भाव में जी रहे हैं। अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है, जो हमारे समाज का अभिन्न हिस्सा है।

उन्होंने उदयपुर में कांग्रेस के नव संकल्प चिंतन के उद्घाटन अवसर पर कहा कि मोदी और उनकी सरकार कहती है कि मैक्जिमम गवर्नेंस और मिनिमम गवर्नमेंट। हकीकत यह है कि विभाजन को स्थायी बना दिया गया है। हमारे समाज के बहुलवाद को निशाना बनाया जा रहा है। राजनीतिक विरोधियों को डराया-धमकाया जा रहा है। जेल में डाला जा रहा है। जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। लोकतंत्र के सभी स्तंभों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू जैसे हमारे नेताओं के योगदान, उपलब्धियों और त्याग को नकारा जा रहा है। वहीं, महात्मा गांधी के हत्यारों और उनकी विचारधारा को महिमामंडित किया जा रहा है।

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पार्टी ने हमें बहुत कुछ दिया है, अब समय है कर्ज उतारने का
सोनिया ने यह भी कहा कि संगठन में ढांचागत बदलावों की आवश्यकता है। अभूतपूर्व परिस्थितियों का सामना अभूतपूर्व कदम उठाकर करना होता है। हम यह ही करने जा रहे हैं। इस बैठक के बाद  बाहर एक ही संदेश जाना चाहिए कि संगठन की मजबूती, दृढ़ निश्चय और एकता का संदेश। हमें मिली नाकामयाबियों से हम बेखबर नहीं है। न ही हम बेखबर हैं, कठिनाइयों के संघर्ष से, जिसका हमें सामना करना है। हम देश की राजनीति में पार्टी को फिर उस भूमिका में ले जाएंगे, जो पार्टी ने हमेशा निभाई है। इन बिगड़ते हालात में देश की जनता हमसे उम्मीद करती है। हम यहां ईमानदारी से आत्मनिरीक्षण कर रहे हैं, लेकिन हम यह तय करें कि यहां से बाहर निकलेंगे तब एक नए आत्म विश्वास, नई ऊर्जा और प्रतिबद्धता से प्रेरित होकर निकलेंगे।

कांग्रेस के चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए अशोक गहलोत।

गहलोत का आरोप- झूठ बोलते हैं भाजपा, आरएसएस वाले
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश में माहौल बिगड़ रहा है। कांग्रेस समेत 13 विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि शांति की अपील करें। उनमें नैतिक साहस ही नहीं है। इन्हें शर्म नहीं आती। इतने बेशर्म लोग है कि पूछते हैं कि कांग्रेस ने क्या किया? कांग्रेस 70 साल में देश को इतना आगे लेकर आई है। यह देश कांग्रेस मुक्त कभी नहीं होगा। कांग्रेस का इतिहास, कांग्रेस के सिद्धांत देश के डीएनए की तरह है। पूरे देश ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के फैसले देखे हैं। हमने सूचना का, खाद्य सुरक्षा का अधिकार दिया है। हम काम करते हैं। मार्केटिंग नहीं करते। यह इतने झूठे, फरेबी लोग हैं। काम कुछ नहीं करते हैं। आरएसएस और बीजेपी के फांसिस्ट लोग सिर्फ बातें करते हैं। यह नव संकल्प चिंतन शिविर बहुत खास है। हम तीन दिन तक बैठेंगे। गहराई के साथ बात करेंगे। जो फैसले होंगे, वह नए संकल्प के साथ आगे बढ़ने के होंगे। हम देश की जनता तक हमारी भावना पहुंचाने की कोशिश करेंगे।

कांग्रेस के नव संकल्प चिंतन शिविर में कई मुद्दों पर चर्चा होगी। इसमें अहम होंगे वह प्रस्ताव जो उसकी अलग-अलग कमेटियों ने दिए हैं। इनमें एक परिवार के एक सदस्य को टिकट दिए जाने का प्रस्ताव अहम है। इसके अलावा पांच साल काम करने के बाद ही किसी नेता के रिश्तेदार को टिकट देने की बात कही गई है। किसी व्यक्ति के पद पर रहने की अवधि भी पांच साल फिक्स करने का प्रस्ताव है। वहीं, कांग्रेस के हर स्तर पर 50% पदाधिकारियों की उम्र 50 साल से कम रखने की बात भी कही गई है।

इन प्रस्तावों पर कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि पार्टी के ग्रुप्स बने हैं। उन ग्रुप्स ने यह सुझाव दिए हैं। वर्किंग कमेटी ने उस पर चर्चा नहीं की है। चर्चा के बाद उन पर मुहर लगेगी। एक परिवार से एक टिकट दिए जाने की बात हो या युवा चेहरों को शामिल करने की बात, इन पर चर्चा होनी है। उसके बाद ही पता चलेगा कि अंतिम नतीजा क्या रहता है। जहां तक चुनाव नतीजे अच्छे नहीं रहने की बात है तो भाजपा के भी एक समय दो ही सांसद थे। जब वह बढ़ सकते हैं तो हम क्यों नहीं? बैठक में तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी।

कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि संगठन में आमूलचूल परिवर्तन किया जाएगा। पार्टी की पैनल ने इसके लिए विस्तार से प्रस्ताव बनाया है कि हर स्तर पर 50% पदाधिकारी 50 साल से कम उम्र के रहेंगे। युवक कांग्रेस में 35 वर्ष तक के लोग आते हैं। इस वजह से संगठन के हर स्तर पर 50 साल से कम उम्र के कम से कम 50 प्रतिशत पदाधिकारी होंगे।

माकन ने यह भी कहा कि कांग्रेस संगठन में 50 साल से कोई बदलाव नहीं हुए हैं। इस समय पोलिंग बूथ से ब्लॉक के बीच कोई भी समिति या पैनल नहीं है। हमारा प्रस्ताव है कि ब्लॉक और पोलिंग बूथ के बीच 3 से 5 मंडल समितियां होनी चाहिए। 15-20 बूथ का एक मंडल और 3-5 मंडल का एक ब्लॉक होगा। इस तरह का संगठन में बदलाव करने की कोशिश करेंगे। इसी तरह कांग्रेस पार्टी चुनाव के समय सर्वे एजेंसी को आउटसोर्स करती है। हमारी सहमति बनी है कि कांग्रेस पार्टी का अपना पब्लिक इनसाइट डिपार्टमेंट होना चाहिए। इंटरनल डिपार्टमेंट होना चाहिए, जो लगातार जनता के मुद्दों की पहचान करते रहे। अच्छा काम करने वाले को पुरस्कार नहीं मिलता, जो पदाधिकारी अच्छा काम नहीं करता, उसे सजा नहीं दी जाती। इसके असेसमेंट के लिए विंग बनाएंगे। सहमति बनी है।

अजय माकन पत्रकारों को संबोधित करते हुए।

कांग्रेस ने चिंतन शिविर के लिए महत्वकांक्षी प्रस्ताव तैयार किए हैं। इसके तहत कोई भी नेता पांच साल से अधिक किसी पद पर नहीं रहेगा। इतना ही नहीं किसी पैराशूट उम्मीदवार को भी टिकट नहीं मिलेगा। नेताओं के रिश्तेदारों को पहले पांच साल तक पार्टी में काम करना होगा, उसके बाद ही उन्हें टिकट मिल सकेगा। इस फैसले को पार्टी पर लगने वाले परिवारवाद के आरोपों का जवाब बताया जा रहा है।

कांग्रेस नेता अजय माकन ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि पैनल सदस्यों में इस बात पर सहमति बनी है कि पार्टी के नेताओं के किसी भी रिश्तेदार को तब तक टिकट नहीं मिलेगा, जब तक कि वे पार्टी के लिए काम नहीं करते। उन्हें कम से कम पांच साल कांग्रेस पार्टी का काम करना होगा। उसके बाद ही नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट देने पर विचार किया जाएगा। इसके साथ ही कोई भी व्यक्ति यदि किसी पद पर पांच साल तक रहता है तो उसे वह पद छोड़ना होगा। तीन साल का कूलिंग पीरियड रहेगा। उसके बाद वह फिर उस पद पर काबिज हो सकता है। इस तरह कोई भी व्यक्ति पांच साल से अधिक किसी पोस्ट पर नहीं रहेगा। यह प्रस्ताव नव संकल्प चिंतन शिविर में पेश किए जाएंगे।

मोदी जी प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं करते?
लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि पता नहीं मोदीजी प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं करते… हमारे लोकतंत्र, संविधान को बचाना बेहद महत्वपूर्ण है। विरोध करने वालों का वह लोग दमन करते हैं। हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बचाना होगा। मोदी जी झूठ बोलते रहते हैं और फिर पकड़े गए तो कहते हैं कि चुनावी जुमला था। लोग जुमलों को महत्व देते हैं और हमारे त्याग, परिश्रम को महत्व नहीं देते तो यह हमारे साथ नाइंसाफी है। उन्होंने यह भी कहा कि संकल्प शिविर में कई विषयों पर डिटेल से चर्चा होगी। प्रमुख रूप से नौ विषयों पर चर्चा होगी। उन विषयों को चिंतन शिविर में रखा जाएगा। सभी प्रतिनिधि शामिल होंगे। उन विषयों पर सविस्तार से बात करेंगे।

प्रियंका गांधी विशेष विमान से उदयपुर पहुंचीं।

चिंतन शिविर की सभी बैठकें ताज अरावली में ही होंगी। शिविर में तीन ग्रुप डिस्कशन, 6 विशेष समितियों की बैठक और कांग्रेस कार्यसमिति की अहम बैठक होगी। बैठक में कांग्रेस के दाे मुख्यमंत्री सहित कार्यसमिति के तमाम सदस्य, कांग्रेस कमेटी के सदस्य सहित तमाम बड़े नेता शामिल होंगे। कांग्रेस के ज्यादातर नेता उदयपुर पहुंच चुके हैं। इनमें सोनिया और प्रियंका गांधी समेत शशि थरूर, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला, मल्लिकार्जुन खड़गे आदि नेता शामिल हैं। राहुल गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत 74 नेता ट्रेन से उदयपुर पहुंचे। सोनिया और प्रियंका विशेष विमान से ही शुक्रवार सुबह उदयपुर पहुंचे।

चिंतन शिविर के लिए ताज अरावली, अनंता रिसोर्ट, ऑरिका लेमन ट्री और रेडिसन ब्लू में नेताओं को ठहरने की व्यवस्था की गई है। राहुल, सोनिया और प्रियंका गांधी समेत ज्यादातर वरिष्ठ नेता ताज अरावली में रुके हैं। होटल्स में 9 राज्यों से शैफ बुलवाकर खास तरह की डिश नेताओं के लिए तैयार करवाई जा रही है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट समेत अन्य नेताओं ने तैयारियों का जायजा लिया।

उदयपुर में कांग्रेस के नव संकल्प चिंतन शिविर में भाग लेने पहुंचे वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर शुक्रवार को शुरू हो रहा है। राहुल गांधी दिल्ली से ट्रेन की यात्रा  कर उदयपुर पहुंचे। उनके साथ कांग्रेस के 74 नेता मौजूद थे। चेतक एक्सप्रेस में राहुल गांधी सहित सभी नेताओं के लिए दो डिब्बे पहले से ही आरक्षित थे। राहुल गांधी का कांग्रेस कार्यकर्ताओं नेदिल्ली के सराय रोहिल्ला से लेकर उदयपुर तक कई स्टेशनों पर स्वागत किया गया। इस दौरान राहुल ने लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और समस्याओं को भी सुना। उदयपुर रेलवे स्टेशन पर त्योहार जैसा माहौल था।

राहुल गांधी बस में सवार होकर ताज अरावली होटल के लिए रवाना हुए। राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक साथ बैठे नजर आए। पीछे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बैठे थे। एक के बाद एक राज्यों के चुनावों में हार से पस्त कांग्रेस के उदयपुर में चिंतन शिविर का आयोजन कर रही है। कांग्रेस का ये चिंतन शिविर 13 से 15 मई तक यानी तीन दिन चलेगा।

राहुल गांधी का स्वागत करने इंतजार करते कार्यकर्ता।

नव संकल्प चिंतन शिविर का प्रारूप जारी 
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संबोधन से चिंतन शिविर की शुरुआत होगी। 13 मई की सुबह 11 बजे तक 400 से ज्यादा प्रतिनिधि और नेता चिंतन शिविर पहुंचेंगे। उसके बाद दोपहर 12 बजे चिंतन शिविर शुरू हो जाएगा। दोपहर 2 बजे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी चिंतन शिविर में शिरकत करेंगी। वहां राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष का स्वागत करेंगे। दो बजे सोनिया गांधी के सम्मान में वेलकम स्पीच दी जाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी 2 बजकर 10 मिनट पर चिंतन शिविर में आए लोगों को संबोधित करेंगी। इसमें चिंतन शिविर के मकसद और देश के वर्तमान हालातों को लेकर संबोधन देंगी। दोपहर 3 बजे से चिंतन शिविर में ग्रुप संवाद शुरू होगा जो शाम 5 बजे तक चलेगा।

दूसरे दिन भी ग्रुप संवाद होगा
चिंतन शिविर के दूसरे दिन 14 मई को सुबह 10:30 बजे चिंतन शिविर का कार्यक्रम ग्रुप संवाद के साथ शुरू होगा। उसके बाद दोपहर 2:30 बजे तक ग्रुप संवाद चलेगा। रात 8 बजे दूसरे दिन का कार्यक्रम समाप्त होगा। तीसरे दिन सुबह 11 बजे से बैठकें शुरू होंगी। विभिन्न प्रस्ताव चिंतन शिविर में पारित होंगे। दोपहर 1 बजे चिंतन शिविर में आए सभी प्रतिनिधियों के साथ ग्रुप फोटो सेशन होगा। दोपहर 3 बजे राहुल गांधी का भी संबोधन होगा। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा चिंतन शिविर में आए सभी नेताओं का धन्यवाद देंगे। शाम 4 बजकर 15 मिनट पर चिंतन शिविर का समापन हो जाएगा।

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