अयोध्या में राम मंदिर का शुभारंभ तो 22 जनवरी को होना है, लेकिन उसकी भव्य तैयारियां अयोध्या में लगातार जारी है। इन्हीं तैयारी की कड़ी में देश और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से अयोध्या में भगवान राम और माता जानकी के लिए उपहार की झड़ी लग रही है। शनिवार को नेपाल के जलकलैया बारा से आए कुणाल और उदघोष ने अमर उजाला डॉट कॉम को बताया कि वह नेपाल की सात बड़ी नदियों के जल से प्रवाहित होने वाली सप्तकोशी नदी का चार हजार लीटर जल लेकर अयोध्या पहुंचे हैं। वह कहते हैं कि इस जल में तमाकोशी, दूधकोशी, अरुणकोशी, भोटेकोशी, तमूरकोशी, इंद्रावती और सुनकोशी नदियों का जल शामिल है। कुणाल कहते हैं कि अभी इन पवित्र नदियों के जल के बाद माता जानकी के लिए उनके मायके जनकपुरी से वस्त्र आभूषण, मिठाई और ग्यारह तरह के पकवान भेजे जाएंगे। जनकपुरी के माता जानकी मंदिर से जलकलैया बारा आश्रम के सन्यासी और माता जानकी के वंशज 20 जनवरी को ही अयोध्या पहुंच जाएंगे।
इसके अलावा प्रभु श्रीराम के ननिहाल छत्तीसगढ़ के चंदखुरी से शगुन के चावल भी अयोध्या भेजे जा रहे हैं। ननिहाल छत्तीसगढ़ से आने वाले चावल और ससुराल नेपाल से आने वाले मेवों से भरे थाल का विशेष भोग तैयार किया जाना है। छत्तीसगढ़ के राइस मिलर्स एसोसिएशन के संयुक्त सचिव प्रभाकर दास बताते हैं कि उनकी एसोसिएशन की ओर से भी इस प्रसाद के लिए योगदान दिया गया है। इसमें छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले का थोड़ा-थोड़ा चावल भी शामिल है। मंदिर निर्माण कमेटी के अनिल मिश्र कहते हैं कि प्रभु श्रीराम के लिए जो श्रद्धा और आस्था देश दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में दिख रही है, वह न सिर्फ अद्भुत है बल्कि अपार है। वह कहते हैं कि प्रभु श्रीराम के चरणों में अलग-अलग जगह से कई तरह के उपहार पहुंच रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक सिर्फ छत्तीसगढ़ और नेपाल से ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के एटा से भी भगवान राम के दरबार के लिए एक विशेष उपहार पहुंचाया जा रहा है। रामलला के दरबार के लिए अष्टधातु का 21 किलो का घंटा बनकर तैयार हुआ है। जिसको 400 से ज्यादा कर्मचारियों ने 25 लाख की लागत से तैयार किया है। इस विशाल घंटे का ऑर्डर वाराणसी की फर्म श्याम सुंदर ट्रेडर्स ने दिया है। इसे जलेसर में तैयार किया जा रहा है। घंटे की ऊंचाई 6 फुट और चौड़ाई 5 फुट होगी। इसको बनाने में हिंदू-मुसलमान समेत अलग-अलग जाति समुदाय से जुड़े लोगों ने अपना योगदान दिया है।
अयोध्या में राम मंदिर के शुभारंभ के साथ ही अलग-अलग जगह से कई तरह के उपहार पहुंच रहे हैं। इसमें गुजरात के वडोदरा से 108 फीट लंबी अगरबत्ती भी अयोध्या भेजी जा रही है। अयोध्या राम मंदिर समिति से जुड़े पदाधिकारी का कहना है कि उनको मिली जानकारी के मुताबिक जल्द ही यह अगरबत्ती अयोध्या पहुंच जाएगी। इसे पंचगव्य और हवन सामग्री के साथ गाय के गोबर से बनाया गया है। जानकारी के मुताबिक अगरबत्ती का वजन साढ़े तीन हजार किलोग्राम है। इस अगरबत्ती को अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर के लिए ही तैयार किया गया है। पांच लाख रुपये से ज्यादा की लागत वाली अगरबत्ती को साढ़े सात महीने में बना कर तैयार किया गया है।