Acn18.com/भ्रष्टाचार के केस में CBI के समन के एक दिन बाद जम्मू-कश्मीर समेत 4 राज्यों के राज्यपाल रह चुके सत्यपाल मलिक शनिवार को दिल्ली के आरकेपुरम पुलिस स्टेशन गिरफ्तारी देने पहुंचे। हालांकि पुलिस ने कहा कि हमने न उन्हें हिरासत में लिया, न छोड़ा। वो स्वयं आए थे, स्वयं चले गए।
दरअसल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान के कुछ खाप और किसान नेता मलिक के दिल्ली आवास उनसे मिलने पहुंचे थे। मलिक इन नेताओं के लिए अपने घर के करीब आरके पुरम के पार्क में टेंट लगवाकर खाना बनवा रहे थे। तब दिल्ली पुलिस के अधिकारी वहां पहुंचे और आयोजन रोकने को कहा।
मलिक ने कहा कि उन्होंने आयोजन की अनुमति मांगी तो पुलिस ने इससे भी इनकार कर दिया। मलिक ने बताया कि उन्होंने पुलिस से कहा कि अगर आप अनुमति नहीं देंगे तो हम गिरफ्तारी देंगे। मलिक ने खुद कहा कि वे गिरफ्तारी देने थाने गए थे। हालांकि दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तारी से इनकार किया।
गुर्जर ने बताया पूरा वाकया
राजस्थान के किसान नेता हिम्मत सिंह गुर्जर ने ‘दैनिक भास्कर’ से फोन पर बातचीत में सत्यपाल मलिक के आरकेपुरम थाने से घर जाने की पुष्टि की है। गुर्जर ने बताया, ‘मलिक 3 घंटे तक आरकेपुरम थाने में बैठे रहे। वे घर लौट गए हैं। पुलिस ने गुरमान चढ़ूनी सहित 25 से ज्यादा किसानों को अभी नहीं छोड़ा है। इन्हें पुलिस अब जाफराबाद थाने पर ले गई है।
गुर्जर ने बताया कि दिल्ली पुलिस आज दोपहर में सत्यपाल मलिक के घर पहुंची। पुलिस अधिकारियों ने मलिक से कहा कि आपसे जो लोग मिलने आ रहे हैं, वे बिना परमिशन आ रहे हैं, उनको हम घर में एंट्री नहीं करने देंगे।
इस पर मलिक ने कहा कि अगर कोई मेरे घर पर मिलने आ रहा है तो ये मैं तय करूंगा, दिल्ली पुलिस नहीं। इस पर दिल्ली पुलिस ने किसानों को गिरफ्तार करने की बात कही। तब मलिक ने कहा कि ठीक है फिर मैं भी इनके साथ थाने पर चलता हूं।
पुलवामा हमले पर केंद्र को घेरा, शाह बोले- उनकी विश्वसनीयता नहीं
सत्यपाल मलिक ने हाल ही में दावा किया था कि केंद्र सरकार के ढुलमुल रवैये के कारण पुलवामा हमला हुआ था। शनिवार को गृह मंत्री अमित शाह ने सत्यपाल मलिक पर पलटवार किया।
इंडिया टुडे के कार्यक्रम में शाह ने मलिक के खुलासों से जुड़े सवाल पर कहा कि आपको उनसे ये भी पूछना चाहिए कि उनको ये सारी बातें हमारा साथ छोड़ने के बाद ही क्यों याद आ रही हैं? उन्होंने कहा कि अंतरात्मा उस वक्त क्यों जागृत नहीं होती जब लोग सत्ता में होते हैं। शाह ने सत्यपाल मलिक की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस पर जनता को सोचना चाहिए।
केंद्र ने नहीं CBI ने भेजा समन
कांग्रेस का आरोप है कि पुलवामा पर दिए बयान की वजह से CBI ने मलिक को तलब किया है। कांग्रेस और आप नेताओं ने भी इस मामले में केंद्र सरकार को घेरा था। इसपर अमित शाह ने कहा कि सत्यपाल मलिक को भेजा गया समन CBI की तरफ से था, ना कि केंद्र सरकार की तरफ से। CBI पहले भी उन्हें दो या तीन बार तलब कर चुकी है। वह बस ऐसे बयान देकर जनता को भ्रम में डालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता में न होने पर ही अंतरात्मा क्यों जाग जाती है।
सत्यपाल मलिक ने पुलवामा आतंकी हमले पर क्या कहा था
जम्मू कश्मीर राज्य पुनर्गठन और पुलवामा हमले के समय वहां के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने एक इंटरव्यू के दौरान तत्कालीन गृह मंत्री राजनाथ सिंह को लेकर सवाल उठाए थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी जिक्र किया था।
उन्होंने दावा किया था कि इतना बड़ा काफिला कभी सड़क मार्ग से नहीं जाता और इसलिए CRPF ने गृह मंत्रालय से एयरक्राफ्ट देने की मांग की थी जिसे ठुकरा दिया गया। मलिक ने कहा था कि CRPF को बस पांच एयरक्राफ्ट की ही जरूरत थी।
उन्होंने कहा था कि PM मोदी ने मुझे जिम कार्बेट से फोन किया और कहा कि ये हमारी गलती के कारण हुआ है। प्रधानमंत्री ने मुझसे इस पर चुप रहने और किसी से कुछ नहीं कहने के लिए कहा था। सत्यपाल मलिक ने NSA अजीत डोभाल का जिक्र करते हुए कहा था कि समझ आ गया था कि सरकार पूरा ठीकरा पाकिस्तान पर फोड़ने वाली है जिससे लोकसभा चुनाव में फायदा लिया जा सके।
CBI ने बुलाया
मलिक ने शुक्रवार को बताया कि CBI रिलायंस इंश्योरेंस मामले में उनसे पूछताछ करना चाहती है। उन्हें अकबर रोड गेस्ट हाउस में बुलाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि मैं राजस्थान जा रहा हूं, इसलिए मैंने CBI को 27 से 29 अप्रैल तक की तारीख दी है।
मलिक ने दावा किया था जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल रहने के दौरान उन्हें दो फाइल पास करने के लिए 300 करोड़ रुपए की रिश्वत ऑफर की गई थी। इनमें एक फाइल राष्ट्रीय स्वयं सेवक (RSS) के नेता से जुड़ी थी। तो दूसरी अंबानी से संबंध रखती थी। CBI ने इसी मामले में पूछताछ के लिए उन्हें बुलाया है।