छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नए प्रभारी अब सचिन पायलट होंगे। कुमारी सैलजा को इस पद से हटा दिया गया है। विधानसभा चुनाव में हार के 20 दिन बाद पार्टी आलाकमान ने फैसला किया। चुनाव के बाद कुमारी सैलजा के खिलाफ लगातार स्थानीय नेताओं और पूर्व विधायकों ने अपनी बात रखी थी।
कुमारी सैलजा को दिसंबर 2022 में कांग्रेस प्रभारी नियुक्त किया गया था। इससे पहले यह प्रभार पीएल पुनिया के पास था। सैलजा पर टिकट के लिए पैसे लेने के भी आरोप लगाए गए थे।
क्यों हटाई गईं कुमारी सैलजा?
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की बुरी हार के बाद कई पूर्व विधायकों ने कुमारी सैलजा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। पैसों की लेन-देन समेत ऑडियो-वीडियो वायरल होने जैसे गंभीर आरोप लगे थे। इसके अलावा टिकट कटने को लेकर भी सैलजा पर लगातार सवाल उठते रहे। जिन विधायकों का टिकट काटा गया था, उन्होंने दिल्ली में कई नेताओं से सैलजा की शिकायत की। कई पूर्व विधायकों ने सैलजा के खिलाफ आलाकमान को सबूत देने तक की बात कही थी।
छत्तीसगढ़ को मिले ‘पायलट’
चर्चा थी कि विधानसभा चुनाव के बाद पायलट राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं। इन अटकलों पर रोक लगाते हुए कांग्रेस आलाकमान ने पायलट को छत्तीसगढ़ भेजा है। इसके पीछे कोशिश यही है कि लोकसभा में वो छत्तीसगढ़ में अधिक फोकस रखें। पायलट एग्रेसिव नेता की छवि वाले हैं। कांग्रेस मानती है कि छत्तीसगढ़ में कुछ ऐसे ही लोगों की जरूरत है इसलिए उन्हें यहां भेजा गया है।
दीपक बैज हैं PCC अध्यक्ष
पिछले शनिवार को ही (16 दिसंबर) कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष के रूप में चरणदास महंत को चुना गया था। वहीं दीपक बैज को प्रदेश अध्यक्ष के पद पर बने रहेंगे का प्रस्ताव भी हाईकमान ने पास कर दिया था। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यह आदेश जारी किया था।