acn18.com कोरबा/ कोरबा साहित्य देश भर में 1 लाख 55000 डाकघर के अंतर्गत काम करने वाले ग्रामीण डाक सेवक हड़ताल पर चले गए हैं। उनके हड़ताल पर जाने से डाक सामग्री के वितरण का काम बाधित हो गया है। कर्मचारियों का आरोप है कि उनकी कई मांगे काफी समय से लंबित है जिस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
कोरबा के मुख्य डाकघर के सामने नारेबाजी कर रहे यह सभी ग्रामीण क्षेत्र में सेवा देने वाले डाक सेवक है। विभिन्न क्षेत्रों से आने वाली डाक सामग्री का वितरण करने की जिम्मेदारी इन लोगों को मिली हुई है। बैनर पोस्टर के साथ इन कर्मचारियों ने अपने साथ मांगों को पूरा करने के लिए नारेबाजी की। ग्रामीण डाक सेवक कर्मचारी संघ के पदाधिकारी ने बताया कि वेतन बढ़ोतरी, नियमितिकरण , काम के घंटे बढ़ाने और अन्य सुविधा दिए जाने के लिए लगातार मांग की जा रही है जिस पर विभाग और सरकार उदासीन है। हमारी हड़ताल से जो समस्या पैदा हुई है उसके लिए संबंधित अधिकारी जिम्मेदार है।
ग्रामीण डाक सेवक संघ के द्वारा ऐलान किया गया है कि अगर समय रहते उनकी मांगों के बारे में सहानुभूति पूर्वक विचार नहीं किया गया तो आगे उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
इससे पहले भी कई संगठनों की ओर से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किए गए हैं जिन्होंने बाद में सरकार से आश्वासन मिलने के बाद हथियार डाल दिए। ग्रामीण डाक सेवक संघ का रवैया इस मामले में कैसा होता है इसका सभी को इंतजार रहेगा।