ACN18.COM बालोद /छत्तीसगढ़ के बालोद स्थित पाटेश्वर धाम में रविवार को जमकर बवाल हुआ। बलि चढ़ाने को लेकर हुए विवाद में दो पक्षों में जमकर लाठी-डंडे और पत्थर चल गए। मारपीट में 10 लोग घायल हुए हैं। इनमें से कुछ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। इस संबंध में ग्रामीणों की ओर से FIR दर्ज कराई गई है। तनावपूर्ण महौल को देखते हुए गांव में फोर्स तैनात है।
जानकारी के मुताबिक, डौंडीलोहारा ब्लॉक स्थित पाटेश्वर धाम में रविवार को तूएगोंदी के आदिवासी समाज की ओर से देव पूजन का कार्यक्रम था। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों की ओर से देवी-देवता रुष्ट होने की बात कहकर पशु बलि दी गई थी। इसके बाद कुछ अन्य लोग भी पहुंच गए और विवाद शुरू हो गया। बात इतनी बढ़ी कि लाठी-डंडे और पत्थर चलने लगे। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।
आदिवासी समाज के लोगों का आरोप है कि लोग दल्ली से तूएगोंदी आए थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस बीच आक्रोशित ग्रामीण लोहारा थाने पहुंच गए। इसके बाद पुलिस ने मारपीट, बलवा की धाराओं में केस दर्ज किया है। वहीं जिलेभर के आदिवासी समाज के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं। गांव में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। बताया जा रहा है कि मंदिर में बलि पर प्रतिबंध है, इसके बाद भी वहां ऐसा किया गया।
SP जीआर ठाकुर का कहना है कि ग्रामीण अपने देवस्थल में आस्थावश बलि तो देते ही हैं। छत्तीसगढ़ में अंगारमोती, चंद्रहासिनी सहित कई मंदिर इसके उदाहरण है। ऐसे में पाटेश्वर धाम में पूजा-पाठ करने पहुंचे ग्रामीणों पर बाहर आए लोगों ने मारपीट की और बवाल मचाया। ग्रामीणों की ओर से शिकायत मिली है। इस पर कार्रवाई की जा रही है। मारपीट, पथराव करने वालों के खिलाफ बलवा का केस दर्ज किया गया।
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