Acn18.com/छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में शुक्रवार की शाम धर्मांतरण को लेकर हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने जमकर बवाल किया। प्रार्थना सभा में बाइबिल बांटी गई। पैसों का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। बवाल के बाद पुलिस ने 7 लोगों को अरेस्ट किया है। मामला मस्तूरी थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 13 दिनों में धर्मांतरण के 3 केस सामने आए हैं। इसमें मस्तूरी, राजेन्द्र नगर और कोनी क्षेत्र में प्रार्थना सभा के बहाने धर्मांतरण कराने का आरोप है। मस्तूरी से 4, राजेन्द्र नगर से 3 गिरफ्तारी हुई है, जबकि हिंदू संगठनों से झड़प के बाद कोनी TI को सस्पेंड कर दिया गया है।
पहला केस- मस्तूरी में धर्मांतरण करने पर 4 गिरफ्तार
दरअसल, शुक्रवार शाम को मस्तूरी के लावर भोथीडीह गांव के एक घर में 20-25 लोग मौजूद थे। रवि कुमार केंवट के घर पर ईसाई समुदाय से जुड़े लोग प्रार्थना सभा कर रहे थे। यहां लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था थी। इस आयोजन में हिंदू धर्म के लोगों को बुलाया गया था।
इस दौरान हिंदू धर्म के लोगों को बाइबिल देकर मतांतरण के लिए प्रलोभन दिया जा रहा था। साथ ही धर्म बदलने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। इस बात की जानकारी रक्षक दल के जिला प्रमुख पुर्णेंदू कुमार शर्मा और हिंदू संगठन से जुड़े लोगों को मिली।
गांव में हिंदू संगठन के लोगों ने किया बवाल
लावर भोथीडीह गांव में धर्मांतरण की सूचना पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। घर के बाहर बवाल कर दिया। वहीं हंगामे की खबर मिलते ही मस्तूरी पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस पूछताछ के बाद 4 लोगों को हिरासत में लेकर थाने आ गई।
थाने में पुर्णेंदू ने धर्मांतरण कराने की शिकायत की, जिस पर पुलिस ने केस दर्ज किया। मुंगेली के सरगांव निवासी खोजदास मिरी, खजुरी नवागांव निवासी रवि केंवट, प्रेमदास मिरी और बिल्हा के संतोष खूंटे को गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
दूसरा मामला- राजेंद्र नगर में प्रार्थना सभा के बहाने धर्मांतरण
वहीं सिटी कोतवाली थाने के राजेंद्रनगर इलाके में 2 दिन पहले धर्मांतरण कराया जा रहा था। इस पर टिकरापारा में रहने वाली प्रभा तिवारी ने प्रलोभन देकर धर्मांतरण के लिए उकसाने की शिकायत की है। महिला ने बताया कि निजी कारणों से परेशान लोगों को प्रार्थना के नाम पर राजेंद्र नगर चौक स्थित मकान में बुलाया गया है।
राजेंद्र नगर में जियाज डेनियल, आशीर्वाद बघेल और सुहास लोगों को दूसरे धर्मों के प्रति भड़काते हैं। साथ ही ईसाई धर्म अपनाने के लिए उकसाते हैं। एक-दो बार से ज्यादा आने के बाद उन्हें धर्म बदलने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए प्रलोभन भी दिया जाता है।
हंगामा कर रहे लोगों को पुलिस ने दी समझाइश
इसकी जानकारी होने पर गुरुवार को हिंदू संगठन से जुड़े लोग वहां पहुंच गए। उन्होंने प्रार्थना सभा की आड़ में मतांतरण करने का विरोध किया। हंगामे की सूचना पर सिविल लाइन पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने वहां पर हंगामा कर रहे लोगों को समझाइश दी।
साथ ही मामले की शिकायत पर जांच का आश्वासन दिया था। इसके बाद महिला ने पूरे मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में की। शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। इसके बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
तीसरा मामला- रमतला में धर्मांतरण पर बवाल, TI निलंबित
वहीं 7 दिन पहले कोनी क्षेत्र के रमतला में धर्मांतरण को जमकर बवाल हुआ। हिंदूवादी संगठन के लोगों ने धर्मांतरण के खिलाफ हंगामा कर दिया। इस दौरान थानेदार नवीन देवांगन पर हिंदूवादी संगठन के लोगों के साथ बदसलूकी करने का आरोप लगा। हालांकि पुलिस ने प्रार्थना सभा को रोक दिया था।
हिंदूवादी संगठनों ने आरोप लगाया था कि गांव में पिछले 3 साल से धर्मांतरण का खेल चल रहा है, जिसमें प्रार्थना सभा लेकर हिंदुओं को बुलाया जाता है। धर्म बदलने के लिए प्रेरित किया जाता है। शिकायत के बाद एसएसपी रजनेश सिंह ने कोनी टीआई नवीन देवांगन को निलंबित कर दिया है।