acn18.com रायपुर/छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने RSS को महिला विरोधी बताया है। उन्होंने कहा- RSS में कोई महिला विंग ही नहीं होता। आज तक कोई महिला सरसंघचालक, सह कार्यवाहक ऐसे पदों पर नहीं पहुंची। इनकी तो मानसिकता ही महिला विरोधी है। ये बातें मुख्यमंत्री ने भानुप्रतापुपर के चुनावी दौरे पर रवाना हाेने से पहले, रायपुर में कही है। इधर नारायण चंदेल ने कहा कि, जल्दबाजी में आरक्षण बिल पेश किया गया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, हम तो जय सिया राम बोलते हैं। राहुल गांधी ने ठीक कहा है, RSS तो महिला विरोधी ही है, वहां महिलाएं कहां है! दरअसल ये कहकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राहुल गांधी के एक बयान का समर्थन कर रहे थे। RSS को लेकर उन्होंने MP में जारी भारत यात्रा की सभा में कुछ बातें कही हैं।
ये कहा राहुल गांधी ने
भारत जोड़ो यात्रा का मध्यप्रदेश में कांग्रेस लगातार भाजपा और उससे जुड़े संगठनों पर हमला कर रही है। राहुल गांधी ने आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि संघ वाले जय श्री राम बोलते हैं, न कि जय सियाराम। वहां कोई ‘सीता’ नहीं है। उन्होंने सीता को बाहर रखा है, क्योंकि वे सीता की पूजा नहीं करते हैं।
राहुल ने कहा कि जय सियाराम का अर्थ है कि सीता जी और राम जी एक ही हैं। जब आरएसएस में कोई महिला नहीं है तो वे यह नारा कैसे दे सकते हैं। यह सियाराम का संगठन नहीं है। वहां कोई सीता नहीं है। उन्होंने सीता को बाहर रखा है। मेरा आरएसएस के दोस्तों से अनुरोध है कि जय श्री राम के साथ-साथ जय सियाराम और हे राम का भी जाप किया करें। सीताजी का अपमान न करें।कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 2000 किलोमीटर का सफर तय कर कन्याकुमारी से महाराष्ट्र होते हुए मध्यप्रदेश पहुंच गई है। यात्रा में 119 भारत यात्री रजिस्टर्ड हैं। ये कन्याकुमारी से कश्मीर तक का सफर पूरा करेंगे।
भाजपा को मानसिक दिवालियापन
भूपेश बघेल ने शनिवार को भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरक्षण विधेयर को चुनावी हथकंडा बताए जाने पर भाजपा को करारा जवाब दिया। उन्होने कहा- इस तरह की बातें भाजपा का मानसिक दिवालियापन है। एक उप चुनाव में इससे क्या फर्क पड़ जाएगा।
CM ने आगे कहा- ये तो पूरे प्रदेश की जनता का मामला है। चुनाव तो होते रहेंगे, ये जो कल हुआ मील का पत्त्थर है। किस प्रकार प्रदेश आगे बढ़ेगा इसका रोड मैप है। ये बताता है कि हम सभी वर्गों को साथ लेकर चलना चाहते हैं। वो हार रहे हैं बहुत बुरी तहर से इसलिए अपने फेस सेविंग के लिए इस तरह की बात कर रहे हैं। ताकि जब हार जाएंगे तो आलाकमान को बता सकें कि इस वजह से हम हारे, वैसे वो हार ही रहे हैं।
राज्यपाल के हस्ताक्षर का इंतजार
CM भूपेश बघेल ने कहा कि विशेष सत्र की इच्छा राज्यपाल ने खुद जताई थी। इसलिए कल पूरे दिन आरक्षण संशोधन विधेयक पर चर्चा हुई। लंच ब्रेक भी नहीं हुआ। हमें राज्यपाल पर पूरा विश्वास है वो देर नहीं करेंगी हस्ताक्षर करेंगी। हमारे मंत्री विधेयक लेकर राजभवन गए। राज्यपाल को हाथों हाथ दिए हैं, किसी के द्वारा भेजा गया हो एेसा नहीं है। अब कब हस्ताक्षर होकर आएगा देखने की बात है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण देने वाले दो नये विधेयकों को सर्वसम्मति से पारित कर दिया है। सदन में विधेयक पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा विधेयक के पारित होने के बाद आज ही हमारे वरिष्ठ मंत्री इस पर दस्तखत करने के लिए राज्यपाल के पास जाएंगे। हम सुप्रीम कोर्ट में भी क्वांटिफिएबल डाटा के साथ कोर्ट में भी अपना पक्ष रखेंगे। मुख्यमंत्री ने विपक्ष से अपील करते हुए कहा, “नेता प्रतिपक्ष, पूर्व नेता प्रतिपक्ष, रमन सिंह, बृजमोहन अजय चंद्राकर, बसपा और जनता कांग्रेस के विधायक संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री से मिलते हैं। इसमें दलगत बात नहीं होनी चाहिए।’ इससे पहले विपक्ष इन विधेयकों के लिए संशोधन प्रस्ताव लाया।
‘बिना तैयारी के पेश हुआ आरक्षण बिल’
आरक्षण विधेयक पेश होने के बाद भी आरक्षण का रंग खत्म होने का नाम नहीं ले रहा अब विपक्ष ने एक नई बहस शुरू कर दी है विपक्ष की मांग है कि अनुसूचित जाति को 16% और आर्थिक रुप से कमजोर सामान्य वर्ग के लोगों को 10% तक आरक्षण मिलना चाहिए।शनिवार को इस मसले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस लेते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सत्ता पक्ष में जल्दबाजी में आरक्षण बिल पेश किया है ना कोई होमवर्क किया ना कोई तैयारी। विपक्ष की बात को भी नहीं सुना गया बहुमत का दुरुपयोग करते हुए आरक्षण बिल पेश कर दिया गया।