ACN18.COM कोरबा/शोध छात्रों के लिए कोरबा के खरमोरा इलाके की सड़कें अपने आप में नया विषय हो सकती हैं कि यहां पर सड़क कब थी और अब कहां है । हालात ऐसे हैं कि अनेक स्थानों पर सड़क नाम की चीज बची ही नहीं है । कहां जा रहा है कि गड्ढों ने इन्हें अपने आगोश में समाहित कर लिया है और इसके कारण इस इलाके से होकर आवाजाही करने वाले लोगों और वहां चालकों की मुसीबत बढ़ गई है।
एक जगह हो तो कहूं सारे जहां का दर्द मेरे जिगर में है। यही स्थिति है नगर पालिक निगम कोरबा के अंतर्गत आने वाले वार्ड क्रमांक 31 खरमोरा के एक बड़े हिस्से के सड़कों की। नगर पालिक निगम के गठन के बाद इस इलाके में अधोसंरचना का विकास करने के साथ कई सुविधाएं सुनिश्चित की गई। आवासीय क्षेत्र का विस्तार होने के साथ इस इलाके में जनसंख्या में भी बढ़ोतरी हुई। क्षेत्र में नए मकानों का निर्माण भी बड़ी संख्या में हुआ। नगर निगम को कई प्रकार के शुल्क प्राप्त हो रहे हैं और उसके राजस्व में इजाफा हो रहा है। ऐसे में स्वाभाविक रूप से लोगों की अपेक्षा रहती है कि नगर निगम उन्हें बुनियादी सुविधाओं को देने के बारे में गंभीरता दिखाए। दूसरे इलाकों में इसे लेकर बेहतर काम हो रहा है इससे इनकार बिल्कुल नहीं किया जा सकता लेकिन अज्ञात कारणों से खरमोरा क्षेत्र को उपेक्षित कर दिया गया है। सड़कों की दुर्गति को देखकर ऐसा कहां जाना गलत नहीं हो सकता। खरमोरा से औद्योगिक क्षेत्र और दादर से लेकर पूरी बाहर की तरफ जाने वाली सड़कें कुल मिलाकर बर्बाद हो गई हैं या फिर गड्ढों में इनका विलय हो गया है। सड़कों के नजारे अपनी कहानी इसी तरह बयां करते हैं। क्षेत्र के पूर्व पार्षद सकुन्दी यादव ने बताया कि काफी समय से सड़क इसी हालात में है और इसके कारण हर कोई परेशान है।
यादव ने बताया कि इस बारे में कलेक्टर से लेकर महापौर और ना जाने कहां-कहां लगातार पत्राचार किया गया। सड़कों की हालत को ठीक करने के लिए कहा गया लेकिन आश्वासन के सिवा और कुछ नहीं मिल सका। लोगों को पूरा भरोसा है कि वह नगर निगम क्षेत्र के नागरिक हैं और अपने कर्तव्य को भलीभांति निभा रहे हैं। लोगों को लगता है कि वह दिन जल्द आएगा जब उनके यहां की सड़कें वास्तव में इस रूप में ना सकेंगे जिन्हें वास्तव में सड़क कहा जा सकेगा।
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